मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज बिजनौर दौरे पर ,यह है पूरा कार्यक्रम 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज बिजनौर का दौरा करेंगे। वहीं कार्यक्रम की तैयारियों को पूरा कराने के लिए अफसर सोमवार को पूरे दिन दौड़ते रहे। डीएम और एसपी समेत सभी महकमों के अधिकारी-कर्मचारी मौके पर डटे हुए हैं। सभास्थल तक जाने के लिए एक वैकल्पिक रास्ता भी तैयार कर किया गया है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिसकर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। जिले भर में पुलिस फोर्स तैनात किया गया है।

जिले के स्वाहेड़ी में राजकीय मेडिकल कॉलेज की जगह पर सुबह से ही अधिकारियों और कर्मचारियों की हलचल बढ़ गई। डीएम उमेश मिश्रा ने स्वाहेड़ी पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया। अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। एसपी डॉ. धर्मवीर सिंह ने ड्यूटी पर लगे पुलिसकर्मियों को आवश्यक निर्देश दिए। सभा स्थल को जाने वाले रास्ते में उड़ रही धूल को दबाने के लिए हाईवे निर्माण कर रही कंपनी के टैंकर पानी डालते रहे।

मचान और ड्रोन से हो रही निगरानी
सभास्थल के आसपास जमीन रेतीले पठार की तरह है। सभास्थल गहराई में होने की वजह से मचान भी बनाया गया है। जिससे सुरक्षा कर्मी दूर तक नजर रख सकें। इसके अलावा ड्रोन से भी निगरानी की जाएगी। सभास्थल की सुरक्षा को लेकर पांच स्तरीय सुरक्षा घेरा रहेगा। छह बटालियन पीएसी और करीब 1500 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगी है। आसपास के जिलों से भी पुलिसबल बुलाया गया है। राजकीय मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास करने के लिए मुख्यमंत्री आज करीब डेढ़ बजे स्वाहेड़ी पहुंच जाएंगे। उनके आने के समय में बदलाव किया गया है। पहले यह समय 2:15 बजे बताया जा रहा था।

ये हैं जिले की बड़ी मांगें

जिले में चिकित्सकों के 104 पद खाली
जिले में सरकारी क्षेत्र में चिकित्सकों व चिकित्सा सुविधाओं का अभाव है। हाल यह है कि एक दशक से ज्यादा समय से जिला अस्पताल में कार्डियोलाजिस्ट नहीं है। कोरोना के खिलाफ जंग में जो वेंटिलेटर जिले को मिले वो स्टाफ के अभाव में मुरादाबाद को देने पड़े। जिले में 179 चिकित्सकों के सापेक्ष केवल 75 चिकित्सक हैं और 104 पद अभी रिक्त पड़े हैं। मेडिकल कॉलेज तो बन रहा है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग चिकित्सकों की कमी की वजह से हांफ रहा है। जरा से गंभीर मरीज को तुरंत मेरठ रेफर कर दिया जाता है।

कब होगी गन्ना मूल्य में वृद्धि
चीनी मिल के आगामी पेराई सत्र की तैयारी हो गई है, लेकिन पिछले सत्र का भुगतान अब तक किसानों को नहीं मिला है। किसानों को विलंब भुगतान पर ब्याज भी नहीं मिलता है। 2017 में नजीबाबाद मिल में एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने सहकारी चीनी मिल की पेराई क्षमता की घोषणा की थी, उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे किसान समय से गन्ना मिल में नहीं डाल पाते हैं। पिछले तीन सालों से गन्ना मूल्य में फूटी कौड़ी की वृद्धि नहीं की गई है। अगले पेराई सत्र के लिए भी किसान अच्छे खासे मूल्य वृद्धि की आस लगाए बैठे हैं।

नहीं मिली गंगा के कटान से निजात
उत्तराखंड के बाद गंगा यूपी में सबसे पहले बिजनौर में ही प्रवेश करती है। पहाड़ों पर बारिश का पानी यहां तेज गति से आता है और तटीय गांवों में तबाही मचाता है। हर साल किसानों की सैकड़ों बीघा जमीन कटकर गंगा में समा जाती है। कटानरोधी कार्य कराने के लिए एक दशक पुराने प्रस्ताव को भाजपा सरकार में ही मंजूरी मिली, लेकिन बजट अब तक जारी नहीं हुआ है। इससे हजारों किसान कटान का दंश झेलने अब भी झेलने को मजबूर हैं। हालांकि सरकार ने गांव डैबलगढ़ के सामने पीपे का पुल बनाकर खादर के किसानों को बड़ी राहत दी है।

गड्ढामुक्त सड़कों का सपना कब होगा साकार
भाजपा सरकार बनने पर पहली बार सड़कों के गड्ढे भरने के लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाया गया था। यह अभियान तब से लगातार चल रहा है लेकिन सड़कों के गड्ढे  हैं कि खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। इसकी सबसे बड़ी मिसाल दिल्ली पौड़ी नेशनल हाईवे बैराज रोड है। इस सड़क से मुजफ्फरनगर का करीब 55 किलोमीटर का सफर तय करने में भी दो घंटे लग जाते हैं। गांवों और शहरों की भी सड़कें कई जगह पर बदहाल हैं। गड्ढे या तो हवा में भरे जाते हैं या फिर इन्हें इस तरह भरा जाता है कि साल भर से पहले ही फिर से ठेकेदार को गड्ढे भरने का काम मिल जाए।

 

 

 

 

English News

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com