मुजफ्फरनगर। प्रदेश में योगी सरकार आने के बाद अवैध बूचडखानों पर लगने के बाद मीट की किल्लत से गुस्साये लोग किसी न किसी न रूप में अपने गुस्से का इजहार कर ही देते हैं। आज भी शेरपुर गांव में ऐसा ही एक मामला देखने में आया, जब गौकशी की सूचना पर पहुंची पुलिस को लोगों के भारी विरोध का सामना करना पडा और पथराव व फायरिंग के साथ ही पुलिस की बाईक व जीप में भी तोडफोड कर आग लगा दी गई। इस घटना से जनपद में तनाव की स्थिति पैदा हो गई। नवागत एसएसपी को पिछले चार दिनों में कई बडी घटनाओं से रूबरू होना पडा है।महिला से जर्मनी एयरपोर्ट पर इन अधिकारियों ने कहा कपड़े उतारो और फिर…
उत्तर प्रदेश में दो माह पूर्व जब भाजपा की सरकार बनी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्ता संभाली तो सबसे पहले अपने घोषणा पत्र के अनुसार अवैध बूचडखानों पर पाबंदी लगा दी गई, जिससे मीट का अवैध कारोबार करने वालों में खलबली मच गई।
पाबंदी से मीट की भी किल्लत होने लगी और लोग कई बार आक्रोशित होकर सडकों पर उतरे। पिछले दिनों खालापार मौहल्ले में भी दबिश देने गई पुलिस को लोगों के विरोध का सामना करना पडा था। गौकशी की सूचना पर गई पुलिस के विरोध में लोगों ने जाम लगा दिया था और जमकर हंगामा भी हुआ था।
इस सबके पीछे मीट का अवैध कारोबार करने वाले माफियाओं का हाथ माना जा रहा था। आज शहर कोतवाली क्षेत्र के गांव शेरपुर में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला, जब जरा सी बात पर भीड इस कदर उग्र हो गई कि उसने पुलिस की कई बाईकें फूंक दी और पथराव फायरिंग करते हुए पुलिस जीप के शीशे तक तोड डाले। इस सबके पीछे सबसे बडा कारण मीट की किल्लत को ही माना जा रहा है।
अवैध बूचडखानों के बंद होने के साथ ही मीट का अवैध कारोबार करने वालों पर भी पूरी तरह शिकंजा कस दिया गया है, जिससे मीट काफी महंगा हो गया है और लोगों को जरूरत के मुताबिक मीट नहीं मिल पा रहा है। शेरपुर में भी गौकशी की सूचना पर पहुंची पुलिस ने एक मकान में दबिश दी तो लोग उग्र हो गये।
पुलिस की दो बाईकें फूंक डाली गई तथा डायल 100 पुलिस की जीप पर भी पथराव कर शीशे तोड दिये गये। एसएसपी अनंत देव तिवारी को कार्यभार संभालने के चार दिन बाद एक बार फिर बडी घटना से रूबरू होना पडा। उन्हें कार्यभार संभालने के अगले दिन ही पीनना बैंक लूट जैसी बडी घटना का सामना करना पडा था, गत दिवस भी हाईवे पर कार व नकदी लूटने की घटना सामने आई थी।
आज फिर शेरपुर में बडा बवाल हुआ, जिसे शांत करने में एसएसपी समेत पूरे पुलिस अमले को पसीने आ गये। गांव के जिम्मेदार लोगों की समझदारी से मामला जल्द ही शांत हो गया, लेकिन मीट की किल्लत को लेकर चल रहा संकट किसी दिन बडे बवाल का कारण बन सकता है।