कानपुर: लोकसभा चुनावों में बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं का टिकट काटे जाने के बाद पहली बार किसी नेता ने खुले तौर पर अपना दुख जाहिर किया है। बीजेपी नेता मुरली मनोहर जोशी ने कानपुर के मतदाताओं के नाम पत्र जारी कर चुनाव न लडऩे की बात का खुलासा किया।
मुरली मनोहर जोशी ने पत्र लिखकर कहा कि राष्ट्रीय संगठन मंत्री रामलाल ने मुझे लोकसभा चुनाव न लडऩे की सलाह दी है। उन्होंने लिखा कि रामलाल के सुझाव के आधार पर वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। मुरली मनोहर जोशी के दिल्ली कार्यालय की ओर से जारी किए गए इस पत्र में लिखा गया है डियर कानपुर के वोटर्स इस बार मेरा नाम बीजेपी प्रत्याशियों की लिस्ट में नहीं है।
राष्ट्रीय महामंत्री संगठन रामलाल की ओर से बताया गया कि उन्हें कानपुर ही नहीं कहीं से भी चुनाव नहीं लडऩा चाहिए। हालांकि इस पत्र पर मुरली मनोहर जोशी का नाम है उनके हस्ताक्षर नहीं है। मुरली मनोहर जोशी ने 2014 के लोकसभा चुनावों में कानपुर सीट से परचम लहराया था। जोशी ने अपने प्रतिद्वंदी को 2.22 लाख के ज्यादा अंतर से जीत दिलाई थी। 2014 के आंकड़ों के अनुसार जोशी को 4.74 लाख वोट मिले थे। चुनावों की घोषणा से पहले ही मुरली मनोहर जोशी ने कई योजनाओं का शिलान्यास किया था।