मेडिकल स्टोर की आड़ में नशीली दवाएं बेचकर युवाओं के जीवन को बर्बाद करने के आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपित के पास से 480 नशीले कैप्सूल और 106 इंजेक्शन बरामद हुए हैं। पूछताछ में आरोपित ने इस धंधे से जुड़े कई और लोगों के नाम पुलिस को बताएं हैं, जिनकी तलाश में छापामारी की जा रही है। शुक्रवार शाम को नशे की दवाओं की बिक्री करने की सूचना के आधार पर जयंतीपुर चौकी प्रभारी प्रवीण कुमार की टीम ने सूर्यनगर शराब हट्टी के पास घेराबंदी करके आरोपित को पकड़ लिया।
आरोपित ने अपना नाम अरुण कुमार शर्मा निवासी सूर्यनगर बताया। उसके थैले से 480 कैप्सूल और 106 नशीले इंजेक्शन मिले। प्रभारी निरीक्षक मझोला धनंजय सिंह ने बताया कि ढक्का में मेडिकल स्टोर चलाने वाला अरुण कुमार मेडिकल स्टोर की आड़ में नशे के सामान की तस्करी करता है। बाहर से नशे वाली दवाएं और इंजेक्शन लाकर मझोला, लाइनपार, करूला, कटघर और आसपास के क्षेत्रों में बेचता था। आरोपित ने पूछताछ के दौरान इस धंधे से जुड़े कई और लोगों के नाम बताए हैं। उनसे पकड़े जाने के बाद ही पूरे गिरोह का पर्दाफाश होगा। एसएचओ ने बताया कि आरोपित अरुण कुमार शर्मा के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
नशे की मंडी बन रहा मुरादाबादः महानगर में नशे की लत लगाने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। लाइनपार में रेलवे लाइन किनारे खुद की इंजेक्शन लगाते लोग आपको मिल जाएंगे। कोई झाड़ियों में बैठकर नशे के इंजेक्शन लगा लेता है। कोई खंडहर में नशे के इंजेक्शन लगा लेते हैं। पुलिस भी नशेड़ी को पकड़ने के बजाए नजर अंदाज करती रहती है। पुराने शहर में भी नशे का सामान बेचने वालों के कई अड्डे हैं।
200 रुपये में पैकेज देता थाः जंयतीपुर पुलिस चौकी इंचार्ज प्रवीण कुमार ने बताया कि अरुण कुमार शर्मा 200 रुपये में कम से कम पांच घंटे तक नशे में रहने का पैकेज देता था। पैकेज में नशे की गोलियों के अलावा इंजेक्शन भी रहता है। एक पीने का सीरप और एलर्जी की दवा भी पैकेज के साथ ही नशा करने वालों को मिलती थी। आरोपित के पास से बरामद होने वाली दवाओं की कीमत करीब 15 हजार रुपये हैं।