फिरोजाबाद के जसराना ब्लाक परिसर में हुए बहुचर्चित गोलीकांड प्रकरण में जसराना के पूर्व विधायक और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के समधी रामवीर यादव को जेल भेज दिया गया है। वे 10 साल पहले हुए गोलीकांड में आरोपी हैं।
बता दें कि पांच नवंबर 2007 को जसराना ब्लाक परिसर में राजनीतिक रंजिश में फायरिंग हुई थी। इसमें पूर्व ब्लाक प्रमुख डा. रामपाल यादव के गोली लगी। उनके पक्ष के पूर्व प्रधान वीरपाल यादव भी घायल हुए थे। जबकि शशि यादव की गोली लगने से मौत हो गई थी।
इस हाईप्रोफाइल राजनीतिक मामले में रामपाल यादव ने जसराना के पूर्व विधायक रामवीर यादव सहित आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। मामले में पूर्व विधायक रामवीर यादव को छोड़ कर सभी आरोपियों ने जमानत करा ली थी।
रामवीर यादव राहत के लिए हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट भी गए लेकिन राहत नहीं मिली। इसके बाद सीजेएम कोर्ट से वारंट जारी होने के बाद रामवीर यादव ने आज कोर्ट सरेंडर किया और जमानत याचिका दाखिल की।
मामला 2007 में हुए विधानसभा चुनाव से शुरू हुई राजनीतिक रंजिश से जुड़ा है। तब रामवीर यादव सपा से चुनाव लडे़ थे और निर्दलीय उम्मीदवार रामप्रकाश यादव से हार गए थे। जबकि डा. रामपाल यादव जनता दल यू और भाजपा गठबंधन से चुनाव लडे़ थे।
तभी से रामवीर और रामपाल के बीच राजनीतिक जंग शुरू हुई थी। यह मामला इसलिए भी राजनीतिक रूप से सुर्खियों में रहा क्योंकि रामवीर यादव रिश्ते में मुलायम सिंह यादव के समधी हैं।
वे मुलायम सिंह यादव के अब भी करीबी हैं। 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में रामवीर सपा से टिकट न मिलने पर सपा से बगावत कर लोकदल से चुनाव लड़े थे।