तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की सरकार में 108 करोड़ रुपये पाने वाला इटावा हैंवरा इलाके का चौधरी चरण सिंह डिग्री कॉलेज इन दिनों सुर्खियों में है। सुप्रीम कोर्ट ने निजी प्रबंधन वाली संस्था को सरकारी खजाने से 108 करोड़ रुपये दिए जाने पर सवाल उठाए हैं। इस संस्था के प्रबंधक मुलायम सिंह यादव के अनुज पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव हैं। कभी 10-12 कमरों से शुरू हुआ ये डिग्री कालेज अब ग्रेजुएट एवं पोस्ट ग्रेजुएट स्तर पर कई महत्वपूर्ण कोर्स का संचालन कर रहा है। छात्र-छात्राओं के लिए आलीशान हॉस्टल भी बनाए गए हैं। NCERT ने किया बड़ा फैसला: कहा- अब बुक्स की कीमतों में बढ़ोतरी करने की कोई संभावना नहीं…
चौधरी चरण सिंह डिग्री कालेज हैंवरा की शुरुआत 1983 में की गई। ये क्षेत्र मुलायम सिंह यादव के निर्वाचन क्षेत्र जसवंतनगर विधानसभा का एक हिस्सा है। हैंवरा की सैफई से दूरी लगभग दो तीन किलोमीटर है। पूर्व में इस क्षेत्र में कोई डिग्री कालेज नहीं था। मुलायम सिंह यादव, रामगोपाल यादव और शिवपाल सिंह यादव ने डिग्री की शिक्षा इटावा के केके इंटर कालेज से हासिल की। मुलायम सिंह यादव जब राजनीति में आगे बढ़े तो उन्होंने इटावा मैनपुरी मार्ग पर सैफई के नजदीक हैंवरा को डिग्री कालेज के लिए चुना।
चौधरी चरण सिंह के नाम पर बने इस महाविद्यालय को वे ऐसा कालेज बनाना चाहते थे जिसमें सारे पाठ्यक्रमों की पढ़ाई उपलब्ध हो। 1983 से लेकर दो दशक तक इस महाविद्यालय में सिर्फ बीए की पढ़ाई ही होती थी। इसके बाद जब मुलायम सिंह यादव की सरकार बनी तो उन्होंने विद्यालय के विस्तार पर ध्यान दिया।
विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए बिल्डिंग का विस्तार कराने को 108 करोड़ आवंटित किए। इस धनराशि से महाविद्यालय में बीएससी, बीकॉम, एमए, एमएससी, बीएससी एजी, बीसीए, बीए एलएलबी सहित कई पाठ्यक्रमों के लिए भवन का निर्माण कराया गया।
इसके अलावा मालती देवी महिला छात्रावास एवं लोहिया छात्रावास के नाम पर दो बड़े हॉस्टल बनवाए। ये धनराशि वर्ष 2003 से 2007 के मध्य दी गई। महाविद्यालय में आलीशान ऑडीटोरियम, सुसज्जित कामन हाल, गेस्ट हाउस का निर्माण कराया गया है।