एक नैय्यर हिन्द परिवार की लड़की थी । जिसका स्थानीय मुस्लिम परिवार के लड़के से प्रेम सम्बन्ध हो गया और दोनों ने शादी का निश्चय किया ।
लेकिन लड़की के परिवार वाले न माने और लड़की ने भागने का निश्चय किया । और रात को लड़की अपने मुस्लिम प्रेमी के संग भाग कर मुम्बई आ गई । किसी किराए के मकान पर दोनों रहने लगे और स्थानी मुस्लिम संगठन पूरा खर्चा दे रहे थे । क्योंकि उनका मुजाहिद काफिरों की लड़की जो भगा कर लाया था । तो मदद करने का हक तो बनता ही है न !
तो करीब एक वर्ष दोनों का खर्चा पानी सही से चलता रहा । लड़की गाँय का माँस खाना, नमाज़ पढ़ना सब कुछ सीख गई थी और अब एक साल बाद तक तो लड़की गर्भवती भी हो चुकी थी ।
लेकिन एक रात के बाद वो जब सोकर उठी तो देखा कि उसका शौहर नहीं है । बहुत ढूँढा लेकिन नहीं मिला । क्योंकि वो रात को ही भाग चुका था ।