प्रदेश के राजकीय और निजी मेडिकल व डेंटल कॉलेजों में एडमिशन के लिए प्रथम चक्र की काउंसलिंग के लिए डाक्यूमेंट्स का वेरीफिकेशन मंगलवार से शुरू होगा. अभ्यर्थी अपनी पसंद के किसी भी नोडल सेंटर पर डाक्यूमेंट्स का वेरीफिकेशन करा सकते हैं. इस दौरान अथ्यर्थी को अपने सभी मूल प्रमाण पत्र (शैक्षणिक/आरक्षण) लाना जरूरी है.
आल इंडिया रैंक से काउंसिलिंग
काउंसिलिंग आल इंडिया रैंक के आधार पर होगी. 20 जून से चल रही रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के तहत अब तक 81662 अभ्यर्थियों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है. सिर्फ इन्हीं को ही अब काउंसलिंग में भाग लेने का मौका मिलेगा. काउंसलिंग के दौरान दो वर्ष की अनिवार्य सरकारी सेवा का बांड भराया जाएगा. एमबीबीएस और बीडीएस के लिए 10 लाख रुपए का बांड भरना होगा.
देनी होगी सिक्योरिटी फीस
अभ्यर्थियों को काउंसलिंग के लिए सिक्योरिटी राशि जमा करनी है. सरकारी के लिए 30 हजार रुपए और प्राइवेट कॉलेजों के लिए 2 लाख रुपए का डिमांड ड्राफ्ट जो महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण उ.प्र. के पक्ष में बना हो, मूल रूप में जमा करना होगा. यदि किसी को सरकारी और प्राइवेट दोनो ही मेडिकल कॉलेजों के लिए काउंसिलिंग करानी है तो उसे दो लाख का ही डिमांड ड्राफ्ट बनवाना होगा. सीट अलाटमेंट के बाद यह फीस में समायोजित कर दी जाएगी.