नई दिल्ली: मोटापा एक इंसान के लिए बीमारी की जड़ हो सकता है। पर मोटापे की वजह से नौकरी चली जाये, यह सुनने में थोड़ी अजीब है। पर यह सच है। ऐसा ही कुछ हुआ आईपीएस ट्रेनी सालुंखे दीपक आत्माराम के साथ। ओवरवेट होने की वजह से फिटनेस टेस्ट न पास करने पर गृह मंत्रालय ने उन्हें मंगलवार को बर्खास्त कर दिया।
गृह राज्य मंत्री किरण रिजीजू ने मंगलवार को लोकसभा में बताया कि 22 मार्च को आईपीएस ट्रेनी सालुंखे दीपक आत्माराम पर कार्रवाई की गई। आईपीएस प्रोबेशन रूल 1954 के रूल 12ए के तहत बर्खास्तगी का आदेश जारी कर दिया गया है।
सालुंखे 2010 बैच के ट्रेनी हैं। फिजिकल टेस्ट पास न करने पर बर्खास्तगी का ये पहला मामला नहीं है इससे पहले 2010 से 2016 के दौरान 3 ट्रेनी आईपीएस फिजिकल टेस्ट में फेल रहे थे। जिसमें से झारखंड कैडर के 2010 बैच की ट्रेनी कुसुम पुनिया और वेस्ट बंगाल कैडर के 2011 बैच के कुमार गौतम फिर से फिजिकल टेस्ट में पास हो पाए थे। जबकि तीसरे ट्रेनी सालुंखे 6 मौके दिए जाने पर भी हर बार फिजिकल टेस्ट में फेल रहे।
पिछले साल जुलाई में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कुसुम और गौतम दोनों की सेवा समाप्त कर दी थी लेकिन राष्ट्रपति के प्रतिनिधित्व के बाद ये आदेश वापस लिया गया। किरण रिजीजू ने लोकसभा में बताया कि पुनिया और गौतम के लिए स्पेशल परीक्षा का आयोजन किया गया जिसमें दोनों पास हो गए।
आपको बता कें कि आईपीएस अधिकारियों की शारीरिक परीक्षा में शारीरिक प्रवीणता परीक्षा, क्रॉस कंट्री रनिंग, योगा, तैराकी और निहत्थे युद्ध शामिल हैं। इसके अलावा आईपीएस ट्रेनी को ड्रिल, हथियार प्रशिक्षण, मैप रीडिंग, एम्बुलेंस ड्रिल, मोटर तंत्र और ड्राइविंग की परीक्षा को भी पास करना होता है।