भारत-पाकिस्तान द्विपक्षीय सीरीज को लेकर बीसीसीआई ने अपना पक्ष पहले ही साफ कर दिया है कि अगर उन्हें सरकार की अनुमति मिलती है तो वो अपने फ्यूचर टूर प्रोग्राम्स (एफटीपी) में दोनों देश की द्विपक्षीय सीरीज के लिए जगह बना सकती है। टीम इंडिया के साथ अफ्रीका दौरे पर जाएंगे चार एक्सट्रा बॉलर…
सोमवार को बीसीसीआई के कार्यकारी अध्यक्ष अमित चौधरी ने साफ करते हुए कहा कि अगर सरकार मान जाए तो वो भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय सीरीज का आयोजन करने लिए तैयार है।
वहीं अमित चौधरी के इस बयान के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने बीसीसीआई के एफटीपी 2019-2023 में पाकिस्तान के साथ एक भी सीरीज को न शामिल किए जाने पर आपत्ति जताई है।
बता दें कि 2019 में खेले जाने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में भी बीसीसीआई ने अपने छह प्रस्तावित टीमों में पाकिस्तान का चुनाव नहीं किया है। पीसीबी ने बीसीसीआई के एफटीपी पर सवाल उठाते हुए कहा है कि अगर बीसीसीआई विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में भी उसका चुनाव नहीं किया तो वो एफटीपी को लेकर आईसीसी के सामने आपत्ति जताएंगे।
बता दें कि एफटीपी में पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज न शामिल किए जाने से पीसीबी को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा।
पीसीबी ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय सीरीज को लेकर बीसीसीआई और पीसीबी के बीच 2014 में एक करार हुआ था। जिसके मुताबिक भारत पाकिस्तान के साथ सीरीज खेलने के लिए कानूनी तौर पर बाध्य है। लेकिन बीसीसीआई के एफटीपी में दोनों देश के बीच सीरीज को शामिल न किया गया है। हम इस मसले को आईसीसी के सामने उठाएंगे।