पीएम मोदी की जनसभा वाले क्षेत्रों में एनडीए की जबरदस्त जीत
योगी की प्रचार वाली 19 सीटों में से अधिकांश पर एनडीए जीत की राह पर
बिहार के 17 जिलों की 75 से ज्यादा सीटों पर दिखा योगी इफेक्ट,50 पर एनडीए को बढ़त
मोदी के चुनाव प्रचार के प्रभाव में आईं 101 सीटों में 60 पर एनडीए आगे
मोदी और योगी की जोड़ी ने बिहार में कमाल कर दिया । वह भी इस कदर कि अधिकांश कयास धरे रह गए। बिहार विधान सभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जादू मतदाताओं के सिर चढ़ कर बोला । प्रधानमंत्री की जन सभाओं वाले इलाकों में एनडीए ने जबरदस्त जीत दर्ज की । योगी के प्रचार वाली 19 विधान सभा सीटों में से ज्यादातर पर एनडीए के उम्मीदवार चुनाव जीते या निर्णायक बढ़त हासिल कर चुके हैं ।
प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार चुनाव के चार दिनों में कुल 12 रैलियां कीं । 23 अक्टूबर को सासाराम, गया, भागलपुर । 28 अक्टूबर को दरभंगा, मुजफ्फरपुर और पटना । 1 नवंबर को पूर्वी चंपारण, छपरा और समस्तीपुर। 3 नवंबर को आखिरी चरण में प्रधानमंत्री ने पश्चिम चंपारण, सहरसा और फारबिसगंज में चुनावी जन सभाओं को संबोधित किया।
मोदी के चुनाव प्रचार के प्रभाव क्षेत्र में शामिल बिहार की 101 सीटों में 59 पर एनडीए के उम्मीदवार जीत चुके हैं या निर्णायक बढ़त हासिल कर चुके हैं ।
योगी की आंधी में राजद और कांग्रेस के कई पुराने गढ़ भी जमींदोज हो गए । बिहार के 17 जिलों की 75 से अधिक विधान सभा क्षेत्रों के चुनाव परिणाम पर योगी इफेक्ट साफ दिखा । इनमें से करीब 50 सीटों पर एनडीए उम्मीदवार जीत दर्ज करने की राह पर हैं । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिहार विधान सभा चुनाव में एनडीए प्रत्याशियों के पक्ष में कुल 19 रैलियां की थी । उत्तर प्रदेश में उपचुनाव के व्यस्त कार्यक्रम और बिहार में एनडीए उम्मीदवारों की जबरदस्त मांग के बीच सीएम योगी ने ताबड़तोड़ अंदाज में जन सभाएं की । जंगल राज और भ्रष्टाचार को लेकर विपक्ष पर सीधा हमला बोलने के साथ योगी ने अपनी जन सभाओं में अयोध्या में राम मंदिर शिलान्यास और कश्मीर में धारा 370 हटाने को बड़ा मुद्दा बनाया । सीमांचल की जनसभाओं से घुसपैठियों को बाहर खदेड़ने और धार्मिक फतवों के खिलाफ करारा प्रहार कर योगी ने खास तौर से हिंदू युवाओं को राजग के साथ लामबंद करने का काम किया । योगी ने 20 और 21 अक्टूबर को कैमूर के रामगढ़,अरवल,रोहतास की काराकाट,जमुई ,भोजपुर की तरारी और पटना के पालीगंज में जन सभा कर विपक्ष को बैक फुट पर धकेल दिया । 28 और 29 अक्टूबर को योगी ने सीवान के गोरियाकोठी,पूवी चंपारण के गोविंदगंज, पश्चिमी चंपारण के चनपटिया, सीवार के दरौंदा,वैशाली के लाल गंज,मधुबनी के झंझारपुर की जन सभाओं में भारी भीड़ जुटा कर एनडीए के प्रत्याशियों की जीत लगभग तय कर दी थी। 2 नवंबर को योगी ने पश्चिमी चंपारण के वाल्मीकि नगर,रक्सौल,सीतामढ़ी में रैली की तो 4 नवंबर को कटिहार,मधुबनी की बिस्फी, दरभंगा की केवती और सहरसा की सिमरी बख्तियारपुर विधान सभा की जनसभा से आखिरी पंच लगा दिया ।