डिजिधन मेला का मंच उस समय राजनीतिक अखाड़े में बदल गया जब दोनों के बीच कैशलेस व्यवस्था के मुद्दे पर तीखी बहस हो गयी। पहले तो अशोक चौधरी केंद्र सरकार के नोटबंदी के निर्णय और फिर कैशलेस व्यवस्था को बढ़ावा देने संबंधी योजनाओं पर जमकर बरसे। बाद में राधामोहन सिंह ने भी चौधरी के बयानों का उसी तल्ख अंदाज में जवाब भी दिया।
दरअसल केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह ने मेले के उद्घाटन के बाद दिये गए अपने भाषण में पहले तो केंद्र सरकार की नोटबंदी का स्वागत किया। उसके बाद उन्होंने डिजिटल और कैशलेस व्यवस्था की जमकर तारीफ की। इससे होनेवाले कई फायदे भी गिनाये। इसके बाद राज्य सरकार की ओर से कार्यक्रम में मौजूद आईटी मंत्री अशोक चौधरी मंच पर बोलने आये। चौधरी ने सरकार के डिजिधन, कैशलेस और नोटबंदी योजनाओं पर उतना ही तल्ख हमला किया। उन्होंने कहा कि ये कैसा डिजिटल युग है, जिसमें लोगों की गर्दन पकड़कर ई-पेमेंट को बढ़ावा दिया जा रहा है।
सुशील मोदी बोले- मुलायम के साथ जो हुआ उसके बाद लालू अपने बेटों से डरे
कार्यक्रम में एक वाकये बताते-बताते अशोक चौधरी आगबबूला हो गए । उन्होंने केंद्रीय मंत्री से पूछा कि बताइये क्या ये कैशलेस व्यवस्था का फायदा है? फिर उन्होंने कहा कि राधामोहन सिंह ने इस सरकारी कार्यक्रम का दुरूपयोग कर राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश की है।
हालांकि राधामोहन सिंह पहले ही बोल चुके थे, लेकिन बाद में अशोक चौधरी के भाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी पार्टी (कांग्रेस) के लोग उनसे सवाल पूछ रहे है, जिन्होंने केंद्र में 60 वर्षों तक राज किया है।