प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्होंने भारतीय महिला क्रिकेट टीम को वर्ल्ड कप के फाइनल में हार का बोझ नहीं लेने की सलाह दी है क्योंकि टीम को देश का समर्थन प्राप्त है। भारतीय टीम को आईसीसी के प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के फाइनल में इंग्लैंड के हाथों 9 रन की शिकस्त झेलना पड़ी थी।भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में दिनेश चांडीमल की वापसी, मिल सकती है कप्तानी
मिताली राज के नेतृत्व वाली भारतीय महिला क्रिकेट टीम का देश में जोरदार स्वागत हुआ और प्रधानमंत्री मोदी ने भी टीम को अपने घर पर आमंत्रित किया।
मोदी ने रविवार को रेडियो पर मन की बात कार्यक्रम में कहा, ‘मुझे भारतीय महिला क्रिकेट टीम से बात करके अच्छा लगा, लेकिन मुझे ऐसा महसूस हुआ कि वर्ल्ड कप नहीं जीतने का उन पर बोझ है। ये दबाव और ये चिंता उनके चेहरे पर भी दिख रही थी।’
प्रधानमंत्री मोदी के मुताबिक पहली बार हुआ कुछ ऐसा
मोदी ने आगे कहा, ‘मैंने कहा, देखिए आज के जमाने की मीडिया को। उम्मीदें अपने आप चरम पर पहुंच जाती हैं। अगर सफलता हासिल करने से चूक गए तो उपलब्धता को सजा बनने में देर नहीं होती है।’
प्रधानमंत्री मोदी ने साथ ही कहा कि देश ने फाइनल में हार के बाद महिला क्रिकेटरों की आलोचना करने के बजाय उनका समर्थन किया। उन्होंने कहा, ‘ऐसा पहली बार हुआ कि जब हमारी बेटियां वर्ल्ड कप जीतने में सफल नहीं हुई और देश कि जनता ने अपने कंधो पर इस हार का बोझ उठाया। किसी ने बेटियों पर अकेले इस हार का बोझ नहीं डाला।’
बकौल मोदी, ‘सिर्फ यही नहीं, देश ने उनके बेहतरीन प्रदर्शन की सराहना की। मैंने इसे बड़े बदलाव के रूप में पाया है और बेटियों से कहा कि वो बहुत भाग्यशाली हैं। उन्हें असफल होने का बोझ नहीं उठाना चाहिए। आपने भले ही फाइनल नहीं जीता हो, लेकिन आपने सवा सौ करोड़ देशवासियों का दिल जीता है।’