म्यांमार में सैन्य सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वाले 2 हजार से ज्यादा कैदियों को रिहा कर दिया गया है। सेना द्वारा संचालित राज्य प्रशासन परिषद (एसएसी) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, म्यांमार ने देश भर से कुल 2,296 कैदियो की रिहाई शुरू कर दी गई है। इन कैदियों में 1,839 पुरुष और 457 महिलाएं शामिल हैं, जिन्हें गिरफ्तार किया गया था। फरवरी में सैन्य तख्तापलट के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिरासत में लिए गए कार्यकर्ता और प्रदर्शनों पर खबर जारी करने वाले पत्रकार भी इसमें शामिल हैं। यांगून की इनसेइन जेल से बसों से कैदियों को ले जाया गया, जहां उनके दोस्त और परिवार सुबह से रिहाई का इंतजार कर रहे थे। यांगून क्षेत्रीय कारावास विभाग के प्रमुख जॉ जॉ ने इस बात की पुष्टि की कि 720 से अधिक लोगों को जेल से रिहा किया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यांगून की इनसेइन जेल में दशकों से राजनीतिक कैदियों को रखा जाता रहा है।
यांगून क्षेत्र के कुल 721 लोग मांडले क्षेत्र के 711 और नैप्यीटाव के 22 लोगों को रिहा किया गया है। यह नवीनतम आंकड़ा यू जॉ हते (U Zaw Htay) के बाद आया है, जिन्होंने म्यांमार की आंग सान सू की के नेतृत्व वाली अपदस्थ सरकार के प्रवक्ता के रूप में कार्य किया था। इन लोगों को चार महीने से अधिक समय तक हिरासत में रहने के बाद राजधानी ने नैप्यीटाव में सैन्य हिरासत से मुक्त किया गया था।
गौरतलब है कि म्यांमार में फरवरी महीने में हुए तख्तापलट के बाद भारी संख्या में लोगों ने सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया था। इस दौरान लोगों ने लोकतंत्र की बहाली और राजनेताओं की रिहाई की मांग भी उठाई थी। सैन्य सरकार ने विरोधियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 700 से अधिक लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इतना ही नहीं सेना ने देश के कई शहरों में कत्लेआम भी मचाया था।