लखनऊ: विकासनगर इलाके में रहने वाली एक छात्रा का म्यूजिक वीडियो बनाने के नाम पर एक युवक ने ब्लैकमेलिंग करते हुए हजारों रुपये नकद और तीन लाख के जेवरात हड़प लिये। आरोपी छात्रा को झूठे मुकदमे की बात कह कर धमका रहा था। रुपये और मां के जेवरात देने के बाद भी जब छात्रा को कोई रसीद नहीं मिली तो उसको शक हुआ। इसके बाद उसने सारी बात परिवार वालों को बतायी। अब इस मामले में विकासनगर पुलिस ने आरोपी युवक और छात्रा की एक दोस्त के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।
विकासनगर इलाके में एक छात्रा अपने परिवार संग रहती है। पढ़ाई के साथ ही वह एक प्रतिष्ठित विवि से नृत्य का भी कोर्स कर रही है। छात्रा का कहना है कि उसकी एक सहेली ने कुछ समय पहले उसकी बात इटावा जनपद निवासी आरव नाम के एक युवक से करायी। अरवा ने बताया कि वह म्यूजिक वीडियो बनाने वाली एक कम्पनी में काम करता है।
छात्रा की सहेली ने वीडियो के लिए फार्म भरा और छात्रा को भी फर्म भरने के लिए कहा। फर्म भरने से पहले आरव ने छात्रा की फोटो, नाम, पता और अन्य जानकारियां ले ली। इसके बाद छात्रा ने अपने परिवार वालों से म्यूजिक वीडियो के बारे में बताया तो परिवार वालों ने साफ इनकार कर दिया। इस पर छात्रा ने आरव को वीडिया न बनाने की बात कही। छात्रा के इनकार पर आरव ने बताया कि अब कुछ नहीं हो सकता है उसने रजिस्ट्रेशन करा दिया है।
रजिस्ट्रेशन के नाम पर मांगे 40 हजार रुपये
छात्रा के इनकार पर आरव ने छात्रा से रजिस्ट्रेशन के नाम पर 40 हजार रुपये की मांग की। छात्रा ने इतने रुपये देने में असमर्थता जतायी तो आरव ने छात्रा से 25 हजार रुपये की बात रखी। साथ ही छात्रा को किसी अंकित वर्मा नाम के खाते में रुपये जमा कराने के लिए कहा। छात्रा ने बिना सोचे समझे बताये गये खाते में 25 हजार रुपये जमा कर दिये।
पैनेलटी के नाम पर 30 हजार फिर ऐंठे
छात्रा का कहना है कि 25 हजार रुपये देने के एक हफ्ते बाद आरव ने उसको फोन किया और बताया कि बाण्ड सही से न भरने की वजह से 30 हजार रुपये की पैनेलटी लगेगी। अगर समय पर पैनालटी नहीं दी गयी तो मुकदमा हो जायेगा। आरव की बात से डरी छात्रा ने फिर से 30 हजार रुपये जमा कर दिये।
बाण्ड के नाम पर और रुपये मांगे गये
छात्रा आरव को 55 हजार रुपये दे चुकी थी। बावजूद इसके बाद आरव लगातार छात्रा को ब्लैकमेल कर रहा था। आरोपी छात्रा को मुकदमा न होने से बचने के लिए और बाण्ड भरने की बात कहने लगा और रुपये की मांग करने लगा। बार-बार रुपये की मांग से छात्रा परेशान रहने लगी। उसको समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर इस परेशानी से कैसे निकला जाये।
मां के जेवरात आरोपी को दिये
इस जंजाल से निकलने के बाद छात्रा ने फाइनल स्टेलमेंट की बात कही तो आरव ने मोटी रकम की मांग की। छात्रा ने भी परेशानी से निजात पाने के लिए अपनी मां के तीन लाख के जेवरात चुपके लेकर आरोपी आरव को दे दिये। साथ ही छात्रा ने आरव से लेनदेन और फाइनल स्टेलमेंट की रसीद मांगी तो आरव ने उसको कुछ भी नहीं दिया। इसके आरव ने छात्रा से बातचीत बंद कर दी।
छानबीन करने पर धोखाधड़ी का पता चला
रसीद ने मिलने पर छात्रा को कुछ शक हुआ। उसने छानबीन की तो पता चला कि आरव ने उसकी ही तरह एक अन्य युवती को भी ब्लैकमेल कर रुपये ऐंठे थे। छात्रा को लोगों ने यह भी बताया कि उसने न तो कोई फार्म साइन किये थे और न ही कोई बाण्ड तो मुकदमा को कोई उचित ही नहीं बनता है। इन सब जानकारियों के बाद छात्रा को यकीन हो गया कि आरव ने उसके साथ ठगी की गयी है।
विकासनगर पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
हजार रुपये और लाखों के जेवरात गवांने के बाद छात्रा ने इस बारे में अपने परिवार वालों को बताया। छात्रा की बात सुन परिवार के लोग सन्न रह गये। इसके बाद वह लोग शिकायत लेकर एसपी टीजी के पास पहुंचे। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी टीजी ने फौरन विकासनगर पुलिस को इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई करने का आदेश दिया। अब इस मामले में आरोपी आरव, छात्रा की सहेली और खाताधारक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गयी है।