नई दिल्ली : 65 साल की उम्र में किसी औरत के मां बनने के बारे में सोचा है आपने। सुनकर हंस पड़ेंगे न आप। 100 साल की उम्र में दौड़ लगाने के बारे में क्या ख्याल है आपका।
अब आप सोच रहे होंगे कि पहले 100 साल के लोग मिल भी तो जाएं। अब आपको ये सुनकर हैरानी होगी कि आपके बीच एक ऐसी जगह भी है जहां ये दोनों बातें बेहद आम हैं। यहां 100 साल की उम्र वाले लोग सरपट दौड़ते हैं और 65 साल की नौजवान और बेहद खूबसूरत दिखने वाली औरत बच्चों को जन्म देती है। नहीं यकीन होता, तो आइए बताएं आपको कहां होता है ऐसा।
ऐसा है ये खास समुदाय:
यहां बात हो रही है आर्यावत में जन्म लेने वाले हुंजा समुदाय की। सबसे पहले आपको बताएं कि कहां है ये आर्यावत और कौन है ये हुंजा समुदाय। ये हुंजा एक समय में भारत का ही हिस्सा हुआ करता था। अब फिलहाल पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में गिलगिट और बाल्टिस्तान के पहाड़ी की बस्ती है। आपको बता दें कि हिमालय की पर्वतमाला में बसी ये हुंजा, दुनिया की छत के नाम से भी मशहूर है। ये भारत के उत्तरी छोर पर बसा हुआ है। यहां से आगे चलकर भारत, पाकिस्तान, चीन, अफगानिस्तान की सीमाएं भी आपस में मिलती हैं।
ऐसी है यहां की खासियत:
इस जगह की खासियत ये है कि यहां के लोग पूरी तरह से प्रकृति से कदम मिलाकर चलते हैं। यहां रहने वाले लोगों की औसत आयु 110 से 120 साल की बताई गई है। कुछ लोग तो 150 साल तक भी जीते हैं। इसके पीछे बड़ा कारण है यहां का रहन-सहन और संतुलित खान-पान। इसके साथ ही इससे भी बड़ा कारण है यहां के लोगों की खुशमिजाजी। ये सभी कारण यहां के लोगों को लंबे समय तक जवान और तंदरुस्त रखने में मदद करती है।
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दूसरी बड़ी खासियत है ये :
इसके अलावा दूसरी बड़ी खासियत ये है कि यहां के लोग खान-पान को लेकर वैज्ञानिक सलाह पर पूरी तरह से विश्वास करते हैं। यही सब कारण है कि लंबी उम्र तक लोग यहां जवां और खूबसूरत नजर आते हैं। और तो और कैंसर जैसी बीमारियों को तो ये लोग दूर-दूर तक नहीं जानते। यहां रहने वाले लोगों को बुरुशो और यहां बोली जाने वाली भाषा को बुराश्की कहा जाता है। कहते हैं कि यहां रहने वाले लोग सिकंदर महान की सेना के वशंज हैं। यहां रहने वाले लोगों की आबादी 87 हजार है।
ये सुनकर हैरान रह जाएंगे आप :
1984 में इस समुदाय के एक व्यक्ित के साथ जो हुआ, उसको सुनकर आपको भी हैरानी होगी। लंदन एयरपोर्ट पर सिक्योरिटी चेक के दौरान उसे रोक लिया गया। इसके पीछे कारण था कि उसकी उम्र उसकी शक्ल और पर्सनालिटी का साथ नहीं दे रही थी। उसको देखकर लोगों को विश्वास नहीं हो रहा था कि वो 1932 की पैदाइश है।
जान लें इसे भी :
लंबी उम्र तक नौजवान दिखना और ज्यादा जीना ही यहां की खासियत नहीं है। इसके अलावा एक और भी चीज है। वो ये कि यहां औरत 65 साल की उम्र में मां बनती हैं। यहां के लोगों की ऐसी खासियतों को देखकर ऐसा लगता है कि वाकई आज के समय में ये जगह किसी जन्नत से कम नहीं होगी। यहां हर कोई खूबसूरत, तंदरुस्त और नौजवान होने के साथ ही साथ खुशमिजाज भी दिखता है।