रोजगार की तलाश में परीक्षा देकर परेशान हो चुके युवाओं के लिए जल्द ही अच्छी खबर आ सकती है।दरअसल केंद्र सरकार अलग-अलग परीक्षाएं कराने की जगह एक जैसी नौकरी के लिए एक ही परीक्षा कराने पर विचार कर रही है।
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इसके लिए प्रमुख सचिवों ने कार्ययोजना तैयार कर प्रधामंत्री को ब्यौरा दिया है। हालांकि अभी इस पर प्रधानमंत्री की मुहर नहीं लगी है।पीएम की हरी झंडी मिलते ही इसे अमली-जामा पहना दिया जाएगा।
यहां बता दें कि देश में करीब 2.60 लाख परीक्षार्थी हर साल सरकारी नौकरी के लिए परीक्षा देते हैं। इनमें से 1.50 लाख परीक्षार्थियों को ही सरकारी नौकरी मिलती है।इनके लिए युवाओं को हर साल करीब 45 अलग-अलग परीक्षाएं देनी पड़ती हैं। इससे जहां युवाओं को बार-बार परीक्षा देनी पड़ती है।