उत्तर प्रदेश के सिनेमाघरों में जल्द ही फिल्म शुरू होने से पहले सुनाये जाने वाले राष्ट्रगान के बाद कुम्भ मेले का नया प्रतीक चिन्ह लोगो भी अनिवार्य रूप से दिखाया जाएगा. प्रदेश के पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया कि प्रदेश के सिनेमाघरों में राष्ट्रगान के बाद कुम्भ मेले का लोगो भी दिखाना होगा.चलो कुम्भ चलो: ‘यूपी नहीं देखा तो इंडिया नहीं देखा’
अवस्थी ने कहा कि इसे जल्द ही अमल में लाया जाएगा. ऐसा इसलिये किया जाएगा ताकि लोग इस धार्मिक आयोजन के उद्देश्य और महत्व को जान सकें. उन्होंने बताया कि नए लोगो में स्वास्तिक चिन्ह बना हुआ है और साधुओं का एक समूह पवित्र संगम में स्नान करता हुआ दिख रहा है.
उन्होंने कहा कि यह निर्णय सभी सरकारी पत्रों में कुम्भ का लोगो छापे जाने के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद किया गया है. कुम्भ मेले को हाल में यूनेस्को की विश्व धरोहरों की फेहरिस्त में शामिल किया गया था.
कुंभ मेला जनवरी 2019 में आयोजित किया जाएगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस विशाल धार्मिक कार्यक्रम की पुख्ता तैयारियां करने के आदेश पहले ही जारी कर दिए हैं.
CM योगी ने जारी किया था LOGO
दिसंबर के पहले पखवाड़े में मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ ने कुंभ मेले का LOGO जारी किया. भगवा गोले में कई प्रतीक चिन्हों को समेटे कुंभ का ये LOGO मेले के आयोजन के 1 साल से ज्यादा पहले ही जारी किया गया है.
योगी सरकार अगले एक साल में कुंभ मेले के LOGO को देश और दुनिया में लोकप्रिय बना देना चाहती है, ताकि एक LOGO से ही कुंभ की पहचान हो जाए. यह लोगो सरकार की तमाम प्रचार सामग्रियों का हिस्सा है.
बता दें 2019 जनवरी में योगी सरकार प्रयाग यानी इलाहाबाद में लगने वाले मेले को बड़े आयोजन के तौर पर मनाने की तैयारी कर रही है. 11 दिसंबर को लखनऊ स्थित राज भवन में हुए कार्यक्रम पहली बार कुंभ के लिए LOGO और शुभंकर जारी किया गया है.
क्या है कुंभ के लोगो में
भगवा गोले के बीच में बनाया गया LOGO कुंभ में सरकार के प्रतीक के तौर पर होगा. इस LOGO में भगवा गोले के भीतर || सर्व सिद्धि प्रद:कुंभ:|| श्लोक लिखा गया है. इसके अलावा कई प्रतीक चिन्ह बनाए गए हैं, जिसमें स्नान करते साधु, मंदिरों की श्रृंखला, गंगा नदी की तस्वीर, कलश पर नारियल भी बना हैं.