यूपी: आयुष और अहान के कत्ल के बाद पुलिस घर में करा रही ये काम

बदायूं शहर की बाबा कॉलोनी में दो बच्चों की हत्या से क्षुब्ध पिता विनोद कुमार ने रविवार की सुबह आत्महत्या की कोशिश की। विनोद ने घर के बाहर बाइक खड़ी करके उसमें आग लगा दी। यह देखकर मौके पर मौजूद लोगों और तैनात अर्द्धसैनिक बल में खलबली मच गई। वहीं, बाइक में आग लगाने की घटना के बाद सिविल लाइंस थाना पुलिस ने ठेकेदार विनोद के घर पर सीसीटीवी कैमरे लगवाना शुरू कर दिए हैं। हालांकि दोहरे हत्याकांड के पहले से ही विनोद कुमार सीसीटीवी कैमरे लगवाना चाहते थे। लेकिन वह लखीमपुर खीरी जिले के मोहम्मदी में टंकी का निर्माण कराने में व्यस्त थे। इसके चलते वह सीसीटीवी कैमरे नहीं लगवा सके थे। इसी बीच उनके दोनों बच्चों की निर्मम हत्या कर दी गई। हत्या उनके घर के सामने सैलून की दुकान चलाने वाले साजिद ने की थी। दादी बोलीं- आग तो बाइक में लगी है लेकिन उनका कलेजा सुलग रहा है उधर, दो छोटे-छोटे नातियों की हत्या से होमगार्ड दादी मुन्नी देवी काफी परेशान हैं। उन्होंने कहा कि उनके दो नातियों की हत्या हुई है। वह काफी परेशान हैं। बाइक में उनके बेटे ने आग लगाई है, लेकिन उनका कलेजा सुलग रहा है। अगर पता होता तो वह खुद आग में बैठ जातीं। दरअसल, बदायूं की बाबा कॉलोनी में दो बच्चों की हत्या से आहत पिता विनोद कुमार ने रविवार की सुबह जान देने की कोशिश की। विनोद ने घर के बाहर खड़ी बाइक में आग लगा दी। इसके बाद खुदकुशी की कोशिश की। अर्धसैनिक बलों ने दौड़कर विनोद को तो बचा लिया, लेकिन उनकी बाइक जल गई। सूचना पर सीओ सिटी आलोक मिश्रा और सिविल लाइंस इंस्पेक्टर गौरव बिश्नोई पहुंच गए। मामला रविवार सुबह करीब 8:30 बजे का है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, उस दौरान बाबा कॉलोनी में विनोद कुमार के घर के बाहर सड़क की दूसरी ओर अर्द्धसैनिक बल के जवान कुर्सियों पर बैठे थे। बीच में सड़क पर वाहनों का आवागमन हो रहा था। दक्षिण दिशा में दुकानों के बाहर कई लोग खड़े थे। उसी वक्त विनोद अपने घर से बाइक निकालकर लाए। उन्होंने मझिया रोड के किनारे बाइक खड़ी कर दी। उन्हें देखकर लोग समझ रहे थे कि शायद वह कहीं जा रहे हैं। बताते हैं कि देखते ही देखते बाइक की टंकी का पाइप निकाल दिया। इससे टंकी से पेट्रोल निकलने लगा। तभी उन्होंने माचिस की तीली जलाकर बाइक में आग लगा दी। जैसे ही बाइक में आग लगी कि सड़क के दूसरी ओर बैठे अर्द्धसैनिक बल के जवान दौड़कर आ गए। उन्होंने तुरंत विनोद कुमार को पकड़ लिया। हालांकि विनोद ने खुद को छुड़ाने की काफी कोशिश की, लेकिन वह छुड़ा नहीं पाए। बाइक जलती देखकर मौके पर कई लोग आ गए। बताते हैं कि अर्द्धसैनिक बल के जवानों ने तुरंत थाना पुलिस को सूचना दी। इससे सीओ आलोक मिश्रा और इंस्पेक्टर गौरव बिश्नोई मौके पर पहुंच गए। मंडी समिति पुलिस चौकी के नजदीक फायर ब्रिगेड खड़ी थी। उसे भी बुला लिया गया और आग बुझाई गई। जानकारी लेने पर विनोद ने बताया कि वह अपने दो बेटों की हत्या से काफी परेशान हैं। ऊपर से मोहल्ले वाले तरह-तरह की बातें कर रहे हैं, जिससे उन्हें काफी दिक्कत हो रही है। सीओ सिटी ने उन्हें काफी समझाया और शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया। तब कहीं विनोद माने। इस दौरान उन्होंने मीडिया कर्मियों से भी बात करने से इन्कार कर दिया। उनके दो बच्चों की हत्या हुई है। इससे वह काफी परेशान हैं। होली का त्योहार है और उनके घर में मातम पसरा हुआ है। इससे तनाव में आना लाजिमी है। इसीलिए शायद उन्होंने अपनी बाइक में आग लगा दी। – आलोक मिश्रा, सीओ सिटी खुलासे से असंतुष्ट विनोद ने दी थी आत्महत्या की धमकी 21 मार्च को एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने हत्याकांड से जुड़े कई पहलुओं का खुलासा किया था। उस दिन लोगों को पता चला कि साजिद मानसिक रूप से बीमार था। उसका बचपन में मानसिक बीमारी का इलाज चला था। वह शहर की जियारतों पर भी जाता था। जब इसके बारे में विनोद कुमार और उनके परिवार वालों को पता चला तो उन्होंने हैरानी जताई और पुलिस के खुलासे पर सवाल उठाए। विनोद कुमार का कहना था कि अगर साजिद मानसिक रूप से बीमार था तो पहले उसने किसी की गर्दन क्यों नहीं काटी। उन्होंने पुलिस के खुलासे पर असंतुष्टी जताते हुए आत्मदाह की चेतावनी दी थी। यह भी कहा था कि वह छत से कूदकर आत्महत्या कर लेंगे, लेकिन इसके बाद उन्हाेंने कोई बयान नहीं दिया।
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