लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश से भले ही कम सीटें हासिल की है। लेकिन, मोदी सरकार 3.0 में सबसे ज्यादा 11 मंत्री यूपी के ही बनाए गए है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यूपी की हिस्सेदारी के साथ ही जातीय और क्षेत्रीय संतुलन का खास ख्याल रखा है। हर वर्ग व समाज को प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की गई है। पीएम मोदी समेत 11 मंत्री यूपी का प्रतिनिधित्व करेंगे।
मंत्रिपरिषद में कुल 71 मंत्री
बता दें कि मोदी सरकार 3.0 पर गठबंधन का असर है। लगातार तीसरी बार पीएम बनने वाले मोदी ने अपना सबसे बड़ी मंत्रिपरिषद बनाया है। कुल 71 मंत्री हैं। 2014 में 45 और 2019 में 57 मंत्रियों ने शपथ ली थी। इनमें से यूपी में से सबसे ज्यादा 11 चेहरों को जगह दी गई है। दो राज्यसभा सांसदों को भी मंत्रिमंडल में जगह दी गई है।
यूपी से इन मंत्रियों को मिली जगह
यूपी कोटे से राज्यसभा सांसद हरदीप पुरी शामिल है। गोरक्ष क्षेत्र से मोदी टीम में दो लोगों को जगह मिली है। महाराजगंज सीट से पंकज चौधरी और बांसगांव सीट से कमलेश पासवान, 5 ओबीसी चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह मिली है। अपना दल अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल तीसरी बार मंत्री बनी। एसपी सिंह बघेल के जरिए दलित समीकरण साधे गए। ब्राह्मण चेहरे के रूप में जितिन प्रसाद, अवध क्षेत्र से राजनाथ सिंह, कीर्ति वर्धन सिंह, ब्रज क्षेत्र से बीएल वर्मा, पश्चिम क्षेत्र से जयंत चौधरी मंत्रिमंडल में शामिल, सिख चेहरे के रूप में हरदीप पुरी शामिल है।
OBC की अधिक संख्या
मोदी-03 में यूपी से सबसे अधिक भागीदारी ओबीसी को मिली है। प्रधानमंत्री समेत कुल 4 ओबीसी चेहरों को मंत्री बनाया गया है। इनमें मोदी के अलावा कुर्मी समाज से अनुप्रिया पटेल और पंकज चौधरी को मंत्री बनाया गया है। अनुप्रिया 2014 से लगातार मंत्रिमंडल में हैं, जबकि चौधरी को दूसरी बार लगातार मौका मिला है। जबकि लोध समाज से बीएल वर्मा और जाट चेहरे के तौर रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी मंत्री बनाए गए हैं। हालांकि इस बार ब्राह्मण चेहरे के तौर सिर्फ जितिन प्रसाद को ही मिला है।
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