लखनऊ, भारत रत्न लता मंगेशकर के रविवार को निधन पर दो दिन के राष्ट्रीय शोक घोषित होने के कारण भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए रविवार को लोक कल्याण संकल्प पत्र घोषित करने का कार्यक्रम स्थगित कर दिया है। गृह तथा सहकारिता मंत्री अमित शाह रविवार को लखनऊ पहुंचे और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि दी। अमित शाह का आज का पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दौरे का कार्यक्रम जारी रहेगा।
स्वर कोकिला लता मंगेशकर के रविवार को निधन के कारण भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर लोक कल्याण संकल्प पत्र की घोषणा स्थगित कर दी है। लोक कल्याण संकल्प पत्र जारी करने गृह मंत्री अमित शाह रविवार को लखनऊ पहुंचे थे। कार्यक्रम स्थगित होने के बाद केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ सीएम आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केपी मौर्य और उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने भारत रत्न लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि देने के लिए दो मिनट का मौन रखा। लता मंगेशकर के निधन के कारण उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए घोषणापत्र का कार्यक्रम स्थगित कर दिया है। स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि भारत रत्न लता मंगेशकर का आज निधन हो गया है। उनके जैसा व्यक्तित्व सदियों में एक बार आता है। इस दुखद समाचार के कारण आज घोषणा पत्र 2022 का कार्यक्रम स्थगित किया गया है, अगली तिथि की घोषणा जल्द की जाएगी। पार्टी के अन्य राजनीतिक कार्यक्रम यथावत रहेंगे।
उत्तर प्रदेश में अपनी सरकार बरकरार रखने के प्रयास में लगी भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के लिए अपना लोक कल्याण संकल्प पत्र जारी करने का कार्यक्रम तय किया था। इसके लिए गृह मंत्री अमित शाह भी करीब 11 बजे लखनऊ पहुंचे। लखनऊ के चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सीएम योगी आदित्यनाथ, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह तथा लखनऊ की मेयर के साथ अन्य मंत्रियों ने उनकी अगवानी की।
भाजपा उत्तर प्रदेश ने लोक कल्याण संकल्प पत्र प्रदेशभर से सुझाव एकत्र कर बनाया है। लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित कार्यक्रम में बीते दिनों पार्टी की ओर से आकांक्षा पेटी लांच की गई थी। मुख्यमंत्री ने ‘यूपी नंबर एक, सुझाव आपका, संकल्प हमारा’ अभियान शुरू किया था। लोक कल्याण संकल्प पत्र के लिए सुझाव जुटाने का अभियान 15 दिसंबर, 2022 को शुरू हुआ। प्रदेश की 30 हजार ग्राम पंचायत, सभी विधानसभा क्षेत्रों और महानगरों में विभिन्न सामाजिक और आर्थिक वर्ग के लोगों से संवाद किया गया। उनसे सुझाव मांगे गए। आकांक्षा पेटियां लगाई गईं। इसके साथ ही मिस्ड काल और ई-मेल के माध्यम से भी सुझाव लिए गए।