प्रयागराज: उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में चुनावी आरोप-प्रत्यारोप का खेल जारी है. इस बीच कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने चुनाव आयोग (EC) और प्रशासन को घेरा. प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि बीजेपी (BJP) के सभी बड़े नेता इन दिनों डोर-टू-डोर कैंपेन कर रहे हैं और नेताओं के साथ भारी भीड़ भी देखने को मिल रही है, जो कि कोविड-19 (Covid-19) के दौरान खतरनाक हो सकती है.
भीड़ के साथ कैंपेन कर रहे बीजेपी नेता
प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को ट्वीट कर कहा, ‘भाजपा नेता भीड़ के साथ कैंपेन करें, नफरत भरी बातें करें. प्रशासन का कोई एक्शन नहीं. लेकिन कांग्रेस पार्टी को आज प्रयागराज में युवा घोषणापत्र जारी करने से रोका गया. सरकार के दबाव में चुनाव आयोग व प्रशासन युवाओं के एजेंडे को दबाने और लोकतंत्र को कुचलने में लगा हुआ है. निष्पक्षता?’
भाजपा नेता भीड़ के साथ कैंपेन करें, नफरत भरी बातें करें।
प्रशासन का कोई एक्शन नहीं।
लेकिन कांग्रेस पार्टी को आज प्रयागराज में युवा घोषणापत्र जारी करने से रोका गया
सरकार के दबाव में चुनाव आयोग व प्रशासन युवाओं के एजेंडे को दबाने और लोकतंत्र को कुचलने में लगा हुआ है। निष्पक्षता?
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) January 29, 2022
चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल!
इससे पहले छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने भी चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाए थे. सीएम भूपेश बघेल ने कहा था कि गृह मंत्री अमित शाह 5 लोगों के साथ डोर-टू-डोर अभियान कर रहे हैं.
कांग्रेस के सीएम पर ही एफआईआर क्यों?
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि चुनाव आयोग को उन्हें डोर-टू-डोर अभियान का ब्रांड एंबेसडर घोषित कर उनके वीडियो को डेमो बना देना चाहिए, वरना चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल जारी रहेंगे. उन्होंने पूछा कि एफआईआर सिर्फ कांग्रेस के ही मुख्यमंत्री पर क्यों?
गौरतलब है इन दिनों उत्तर प्रदेश में राजनीतिक पार्टियों में चुनावी जंग जारी है. खुद गृह मंत्री अमित शाह लोगों के घर-घर पहुंचकर बीजेपी के लिए वोट मांग रहे हैं. बीजेपी के तमाम केंद्रीय नेता डोर-टू-डोर कैंपेन कर रहे हैं. वहीं कांग्रेस का आरोप है कि उन्हें यूपी के प्रयागराज में युवा घोषणा पत्र जारी करने से भी रोक दिया गया.