यूपी विधान सत्र की शुरुआत होते ही सदन में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। पोस्टर और बैनर लेकर नारे लगाए गए। विधानसभा के अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने उनको समझाने की कोशिश की और कहा कि अपनी जगह पर जाकर बैठ जाएं।अनंतनाग आतंकी हमले में 7 की मौत, 19 घायल, CM महबूबा ने बुलाई आपात बैठक
अध्यक्ष ने बैनर और पोस्टर लेकर नारेबाजी करने से मना किया और कहा कि ये संसदीय तरीका नहीं। अध्यक्ष ने ये तक पूछा कि सपा के सदस्य ये बता दें कि क्या वे स्थगन चाहते हैं। उन्होंने कहा कि आप जो कर रहे हैं वो यूपी की जनता के हित में नहीं है लेकिन इस दौरान विपक्ष ने अध्यक्ष की एक नहीं सुनी और नारेबाजी चलती रही।
नेता विपक्ष राम गोविंद की अध्यक्षता में जमकर नारेबाजी हुई। गुंडागर्दी की सरकार नहीं चलेगी के नारे लगाए गए। इस पर हृदय नारायण दीक्षित ने कहा, सरकार तो खूब चलेगी लेकिन आप सीट पर आकर बैठिए। इस दौरान बसपा, कांग्रेस और सपा तीनों पार्टियों के विधायकों ने जमकर हंगामा किया। बसपा नेता लालजी वर्मा ने कहा, प्रदेश कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। 100 दिन के बाद भी सरकार गुंडागर्दी पर लगाम नहीं लगा पाई है।
रायबरेली में जिन पांच लोगों को जिंदा जलाया गया। , उन्हें सरकार के एक मंत्री ने अपराधी बताया। हम स्वामी प्रसाद मौर्या को बर्खास्त करने की मांग करते हैं। उन्होंने कहा, लगातार अपराध बढ़ रहे हैं। मुख्यमंत्री जिसे मुआवजा दे रहे हैं उन्हीं के मंत्री मरने वाले लोगों को हत्यारा बता रहे हैं।
हंगामे को देखते हुए विधान परिषद की कार्यवाही 12.15 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। वहीं सपा विधायक विधानसभा में धरने के लिए बैठ गए। हंगामे के चलते प्रश्नकाल नहीं हो सका। बता दें कि 12: 20 मिनट पर वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल का बजट स्पीच होना है।