बसपा सुप्रीमो मायावती ने राहुल गांधी और कांग्रेस की आरक्षण नीति को छलकपट वाली करार दिया है और पूर्व में रहे कांग्रेस शासन में आरक्षण के प्रति उनके रवैये पर सवाल उठाए हैं।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस व लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी आरक्षण की नीति छलकपट वाली है।
उन्होंने एक्स पर बयान जारी कर कहा कि कांग्रेस व राहुल गांधी की एससी, एसटी और ओबीसी के लिए आरक्षण नीति स्पष्ट नहीं बल्कि दोगली एवं छलकपट की है। अपने देश में इनके वोट के लिए ये आरक्षण का समर्थन व इसे 50 प्रतिशत से ऊपर बढ़ाने की वकालत तथा विदेश में जाकर इनके आरक्षण को खत्म करने की बात करते हैं। इनके इस दोहरे मापदण्ड से लोग सचेत रहें।
यह भी सच है कि केन्द्र में इनकी सरकार ने ओबीसी आरक्षण संबंधी मण्डल कमीशन रिपोर्ट लागू नहीं की थी। साथ ही, बीएसपी के संघर्ष से एससी और एसटी के पदोन्नति में आरक्षण को प्रभावी बनाने के लिए संसद में लाए गए संविधान संशोधन बिल को भी कांग्रेस ने पास नहीं होने दिया, जो अभी तक लम्बित है।
उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले में इनकी सरकार ने कोर्ट में सही से पैरवी नहीं की। इस आरक्षण विरोधी कांग्रेस व अन्य पार्टियों से भी ये लोग सजग रहें। साथ ही, केन्द्र में रही कांग्रेसी सरकार द्वारा जातीय जनगणना नहीं कराना और अब सत्ता से बाहर होने पर आवाज उठाना, यह सब ढोंग नहीं तो और क्या है?
बता दें कि मायावती राहुल गांधी द्वारा आरक्षण को समर्थन देने और जातीय जनगणना कराने के आह्वान पर लगातार कांग्रेस और राहुल गांधी को कठघरे में खड़ा करती हैं।