लखनऊ: 69000 शिक्षक भर्ती मामला बीते कई दिनों से सुर्ख़ियों में बना हुआ है। जी दरअसल इस भर्ती प्रक्रिया पर सवाल खड़े किये जा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ अभ्यर्थी 22 हजार रिक्त सीटों को जोड़कर भर्ती प्रक्रिया पूरी करने की मांग को लेकर बीते 5 महीने से धरने पर बैठे हुए हैं। आपको बता दें कि भर्ती प्रक्रिया में धांधली का आरोप लगाते हुए बीते शनिवार को अभ्यर्थी CM आवास तक कैंडल मार्च निकाल रह थे। हालाँकि अब सामने आने वाली खबरों के मुताबिक, अभ्यर्थियों को कैंडल मार्च निकालना भारी पड़ गया। जी दरअसल, लोहिया पथ पर लखनऊ पुलिस ने अभ्यर्थियों को रोका और समझाने की कोशिश की, हालाँकि इस दौरान अभ्यर्थियों की पुलिस से झड़प हो गई।
यह सब होने के बाद पुलिस ने अभ्यर्थियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटना शुरू कर दिया। खबरें मिली हैं कि कई अभ्यर्थियों को चोटे भी आई है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स को माने तो बीते कई महीनों से 69000 शिक्षक भर्ती को लेकर अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर लखनऊ में प्रदर्शन कर रहे हैं। इस मामले में अभ्यर्थियों का कहना है कि ”22000 हज़ार सीटों को जोड़ा जाए, जिसको लेकर आज अपनी मागों को लेकर अभ्यर्थी 1090 चौराहे से मुख्यमंत्री आवास तक कैंडल मार्च निकाल रहे थे। जब पुलिस ने सभी अभ्यर्थियों को रास्ते में रोकने की कोशिश तो पुलिस से झड़प हो गई।
भाजपा के राज में भावी शिक्षकों पर लाठीचार्ज करके ‘विश्व गुरु’ बनने का मार्ग प्रशस्त किया जा रहा है।
हम 69000 शिक्षक भर्ती की माँगों के साथ हैं।
युवा कहे आज का ~ नहीं चाहिए भाजपा#भाजपा_ख़त्म pic.twitter.com/Ns1FpknRG7
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 4, 2021
पुलिस ने अभ्यर्थियों पर लाठी चार्ज कर दिया।” वहीं आपको हम यह भी बता दें कि इससे पहले शनिवार सुबह बीजेपी कार्यालय के बाहर अभ्यर्थियों ने भीख मांग कर विरोध प्रदर्शन किया था। अब अभ्यर्थियों का यह आरोप है कि वे अपनी मांगों को लेकर कई बार डालीबाग स्थित मंत्री आवास पर बेसिक शिक्षामंत्री से मिलने गए और उनसे मुलाकात न होने पर उन्होंने वहां भी प्रदर्शन व नारेबाजी की।
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