उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने एक बार फिर बड़ा प्रशासनिक बदलाव किया है। सरकार ने 23 आईएएस अधिकारियों का तबादला करते हुए 10 जिलों में नए जिलाधिकारियों (DM) की नियुक्ति की है। इस फेरबदल को प्रशासनिक दृष्टिकोण से अहम माना जा रहा है।
किसे मिली किस जिले की कमान?
नए आदेश के मुताबिक, निम्नलिखित अधिकारियों को जिलों की कमान सौंपी गई है:
दीपक मीना – गोरखपुर के नए जिलाधिकारी बने हैं।
रविंद्र कुमार मंदार – गाजियाबाद के डीएम बनाए गए हैं।
मनीष वर्मा – अब प्रयागराज के जिलाधिकारी होंगे।
मेधा रूपम – गौतम बुद्ध नगर (नोएडा) की नई डीएम बनी हैं।
प्रणय सिंह – कासगंज के डीएम बनाए गए हैं।
कपिल सिंह – कानपुर देहात के जिलाधिकारी बने हैं।
अक्षय त्रिपाठी – बहराइच के नए डीएम होंगे।
अमनदीप डुली – ललितपुर की नई जिलाधिकारी हैं।
पवन कुमार गंगवार – मिर्जापुर के जिलाधिकारी नियुक्त हुए हैं।
प्रियंका निरंजन – गोंडा की डीएम बनाई गई हैं।
किस बैच के अफसरों को मिला मौका?
इस फेरबदल में 2015 बैच के आईएएस अधिकारियों को प्राथमिकता दी गई है, जबकि 2016 बैच के किसी भी अधिकारी को जिलाधिकारी नहीं बनाया गया। उधर, आईएएस आलोक यादव की डीएम बनने की चर्चा जोरों पर थी, लेकिन वे इस बार मौका चूक गए।
RR बनाम SCS: कौन आगे?
इन 10 नए जिलाधिकारियों में से 8 अफसर RR (Regular Recruit) कैडर से हैं, जबकि 2 अधिकारी SCS (State Civil Services) से प्रमोट होकर आए हैं। यह दिखाता है कि सरकार ने इस बार RR अफसरों पर ज्यादा भरोसा जताया है।
प्रशासनिक सख्ती और राजनीतिक संतुलन
विशेषज्ञों का मानना है कि यह फेरबदल सरकार की प्रशासनिक पकड़ मजबूत करने और जिलों में बेहतर कानून-व्यवस्था और विकास कार्यों को तेज करने की दिशा में किया गया है।