डीपीसी की बैठक में 2005 बैच के 17 आईपीएस अधिकारियों को सेलेक्शन ग्रेड में प्रोन्नत करने का निर्णय किया गया, जबकि 2004 बैच के चार एसएसपी की डीआईजी के पद पर और 2000 बैच के तीन डीआईजी की आईजी के पद पर प्रोन्नति होगी। 1993 बैच के आईपीएस अफसर आईजी से एडीजी हो जाएंगे। डीजी पद के लिए भी डीपीसी कर दी गई। हालांकि डीजी के पद रिक्त न होने के कारण किसी भी एडीजी को अभी डीजी बनने का मौका नहीं मिलेगा। जैसे-जैसे डीजी रिटायर होते जाएंगे, एडीजी से डीजी पद पर प्रमोट होते रहेंगे।
32 आईपीएस अधिकारियों को तत्काल प्रोन्नति का लाभ मिलेगा। सेलेक्शन ग्रेड पाने वाले 2005 बैच के अधिकारियों में सुभाष चंद्र दूबे, सत्येंद्र कुमार सिंह और जे रविंदर गौड़ का लिफाफा विभिन्न जांच लंबित होने के कारण बंद रहा। इन्हें सेलेक्शन ग्रेड में प्रोन्नति नहीं दी जाएगी। लखनऊ के एसएसपी दीपक कुमार, मेरठ की एसएसपी मंजिल सैनी समेत 2005 बैच के 17 आईपीएस अधिकारियों को सेलेक्शन ग्रेड में प्रोन्नति दे दी जाएगी।
मुख्य सचिव कार्यालय के सभागार में हुई डीपीसी की बैठक की अध्यक्षता मुख्य सचिव राजीव कुमार ने की। इसमें प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार और डीजीपी सुलखान सिंह बतौर सदस्य मौजूद थे। जिन अफसरों को प्रोन्नति का लाभ मिलेगा, उनमें 1993 बैच के डीजीपी मुख्यालय में तैनात डीजीपी के सहायक संजय सिंघल, आईजी स्थापना एसबी शिरडकर, आईजी क्राइम सुनील कुमार गुप्ता और आईजी कानून-व्यवस्था हरिराम शर्मा को एडीजी के पद पर प्रोन्नति मिलेगी। इसी बैच के आईजी मिर्जापुर प्रेम प्रकाश, आईजी उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड वितुल कुमार और जकी अहमद और आईजी पीएचक्यू डॉ. केएसपी कुमार भी प्रमोट हो जाएंगे। इस बैच के राजीव सब्बरवाल को प्रोन्नति का लाभ केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटने पर मिलेगा।
डीपी श्रीवास्तव के खिलाफ भी मामला लंबित होने के कारण उनके नाम पर विचार नहीं किया गया। देवी प्रसाद श्रीवास्तव अगले साल मार्च में रिटायर हो रहे हैं। इस बैच के एक और अधिकारी प्रशांत कुमार द्वितीय के नाम पर विचार नहीं किया गया। वह फिलहाल केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर एनआईए में तैनात हैं। उनको प्रोन्नति का लाभ यूपी आने पर मिलेगा।
तीन जिलों के एसएसपी का डीआईजी बनना तय
2004 बैच के 4 अधिकारियों का डीआईजी बनना तय है। इनमें नोएडा के एसएसपी लव कुमार, मुरादाबाद के एसएसपी प्रीतिंदर सिंह और बदायूं के एसएसपी चंद्र प्रकाश द्वितीय शामिल हैं। सीबीसीआईडी में तैनात डॉ. के इलारजसन को भी डीआईजी के पद पर प्रोन्नति देने का फैसला हो गया है।