1990 बैच के अधिकारी प्रशांत कुमार को डीजी का स्केल पहले ही दे दिया गया था। अब पद रिक्त होने पर उन्हें डीजी का पद दिया गया है। हाल ही में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटी तिलोत्मा वर्मा, 1991 बैच के राजीव कृष्ण, अभय कुमार प्रसाद व प्रेमचंद मीना और 1992 बैच के दीपेश जुनेजा को भी डीजी बनाने की संस्तुति की गई है।
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा की अध्यक्षता में शनिवार को हुई डीपीसी के बाद प्रदेश में तैनात कई आईपीएस अफसरों की पदोन्नति का रास्ता साफ हो गया है। समिति ने 80 अफसरों के नामों पर विचार किया गया। इनमें से 77 को प्रोन्नत करने की सिफारिश की गई, जबकि तीन के लिफाफे बंद हैं। छह अधिकारियों को पुलिस महानिदेशक (डीजी) और 1999 बैच के दो अधिकारियों अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) के पद पर प्रोन्नति दी जाएगी। 2006 बैच के पांच अधिकारियों को डीआईजी से आईजी बनाया जाएगा। 2010 बैच के अधिकारियों को एसपी से डीआईजी और 2011 बैच के अधिकारियों को सेलेक्शन ग्रेड दिया गया है।
1990 बैच के अधिकारी प्रशांत कुमार को डीजी का स्केल पहले ही दे दिया गया था। अब पद रिक्त होने पर उन्हें डीजी का पद दिया गया है। हाल ही में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटी तिलोत्मा वर्मा, 1991 बैच के राजीव कृष्ण, अभय कुमार प्रसाद व प्रेमचंद मीना और 1992 बैच के दीपेश जुनेजा को भी डीजी बनाने की संस्तुति की गई है। ऐसे ही 1999 बैच के रमित शर्मा और डॉ. सजीव गुप्ता एडीजी बनेंगे। रमित प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर और डॉ. संजीव सचिव गृह के पर तैनात हैं। 2006 बैच के आईजी पद प्रोन्नत होने वालों में अब्दुल हमीद, शलभ माथुर, धर्मेन्द्र सिंह, एलआर कुमार और आकाश कुलहरि शामिल हैं।
2010 बैच के डाईआजी के पद पर प्रोन्नत होने वाले अफसरों में वैभव कृष्ण, कलानिधि नैथानी, प्रभाकर चौधरी, संजीव त्यागी, पूनम, कुंतल किशोर, हरीशचंद्र, सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज, राठौर किरीट एच भाई, शिव हरि मीना, शैलेश कुमार यादव, राहुल राज, शफीक अहमद, राधेश्याम, कल्पना सक्सेना, सुरेश्वर, रामजी सिंह यादव, संजीव सिंह, राम किशुन, राकेश पुष्कर, मनोज कुमार सोनकर, कुलदीप नारायण, मनीराम सिंह, किरण यादव, प्रमोद कुमार तिवारी, शहाब रसीद खान, एस आनंद व राजीव नारायण मिश्रा हैं। डॉ. धर्मवीर सिंह, अशोक कुमार (चतुर्थ), प्रदीप गुप्ता और डॉ. ओम प्रकाश सिंह को भी डीआईजी बनाने की संस्तुति की गई है।
इनका लिफाफा बंद
सुनील कुमार सिंह, शगुन गौतम और हिमांशु कुमार को प्रोन्नति नहीं मिल पाई है। इनका लिफाफा बंद होने से इनके नामों पर विचार नहीं किया गया। 31 अन्य अफसरों को सेलेक्शन ग्रेड दिया गया है।