नई दिल्ली : Iraq और Seriya से जान बचाकर भाग रहे ISIS के आतंकी यूरोप में तबाही मचा सकते हैं। खूंखार आतंकी संगठन यूरोप पर विनाशकारी रसायनिक हमले शुरू कर सकता है।
वैश्विक रसायनिक हथियारों पर निगाह रखने वाली संयुक्त राष्ट्र की संस्था की जांच रिपोर्ट में इस खतरे को लेकर चेताया गया है। पेरिस में एक रक्षा सम्मेलन में ऑर्गेनाइजेशन फॉर द प्रोहिबिशन ऑफ केमिकल वैपन्स के एक वरिष्ठ अधिकारी ने चेताया कि इराक और सीरिया से भाग रहे आईएस आतंकी रसायनिक हथियारों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
ओपीसीडब्ल्यू के वेरिफिकेशन डिविजन के डायरेक्टर फिलिप डेनियर ने कहा, ”यह एक बड़ा खतरा है, जिसका हमें सामना करने की जरूरत है। आईएस जहरीली मस्टर्ड गैस का इस्तेमाल जानता है। ऐसे में वह हमारे देशों में रसायनिक हमले को अंजाम दे सकता है।”
रसायनिक हमला इतना घातक होता है कि इससे लोगों की जान चली जाती है। अगर वह इसमें बच गया, तो घुट-घुटकर जान गंवाना पड़ता है। यह जहरीली गैस सीधे तौर पर त्वचा और आंखों पर असर डालता है। इस संबंध में ओपीसीडब्ल्यू की ओर से पिछले महीने जांच की गई थी, जिसमें पाया गया कि आईएस ने रसायनिक हथियारों से नागरिकों पर हमले किए।
पहले भी कर चुके हैं रसायनिक हथियारों से हमला
ISIS ने September में North Iraq में अमरीकी सुरक्षा बलों पर रसायनिक हथियारों से हमले किए गए। Joint chEIF of staff के प्रमुख मरीन जनरल जोसेफ डनफोल्ड ने अमरीकी सीनेट की आम्र्ड सर्विसेज कमेटी को बताया था कि आईएस की रसायनिक हमले की मौजूदा क्षमता शुरुआती दौर में है। यह हमला उसकी रसायनिक हमले की बढ़ती क्षमता का सबूत है।
पिछले महीने यूरोपीय संघ के सुरक्षा आयुक्त जुलिअन किंग ने भी चेताया था कि ISIS को उसके गढ़ से हटाने के लिए सैन्य अभियान चलाने से आतंकी संगठन यूरोपीय देशों को निशाना बना सकता है। इसके चलते यूरोपीय देशों में terrorist attack का खतरा बढ़ गया है।