बीएस येदियुरप्पा का कर्नाटक के मुख्यमंत्री के तौर इस बार कार्यकाल मात्र तीन दिन का रहा। वह भारतीय इतिहास में सबसे कम दिन के लिए सीएम रहने वाले राजनेताओं की सूची में शामिल हो गए हैं। सबसे कम दिन के सीएम रहने का रिकॉर्ड जगदंबिका पाल के नाम पर है। 75 वर्षीय भाजपा नेता येदियुरप्पा ने 17 मई को सुबह करीब 9 बजे शपथ ग्रहण की थी और 19 मई को शाम करीब 4.05 बजे इस्तीफे का एलान कर दिया। हालांकि यह वाकया उनके साथ दूसरी बार हुआ है। 
इस बार तीन दिन तो 2007 में मात्र सात दिन रहे थे पद पर
जगदंबिका पाल मात्र एक दिन के लिए यूपी के मुख्यमंत्री रहे थे
इससे पहले वह 2007 में सात दिनों के लिए सीएम पर रहे थे। उस वक्त भी उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था। भाजपा से मौजूदा समय में सांसद जगदंबिका पाल 1998 में मात्र एक दिन के लिए उत्तर प्रदेश के सीएम रहे थे। राज्यपाल द्वारा कल्याण सिंह की सरकार को भंग किए जाने पर उन्होंने 21 फरवरी 1998 को देर रात सीएम पद की शपथ ली थी लेकिन अगले ही दिन हाईकोर्ट के फैसले के चलते उन्हें पद से हटना पड़ा था।
सतीश प्रसाद सिंह भी इस श्रेणी में शामिल हैं। उन्हें 28 जनवरी से 1 फरवरी 1968 में मात्र पांच दिनों के लिए बिहार का कार्यवाहक सीएम नियुक्त किया गया था। उन्होंने जन क्रांति दल सरकार को हराकर सत्ता में कांग्रेस को वापस लाए थे। उनके उत्तराधिकारी बीपी मंडल भी मात्र 31 दिन ही मुख्यमंत्री पद पर रहे थे। इसी तरह से हरियाणा में ओम प्रकाश चौटाला 1990 में पांच दिन और 1991 में मात्र 14 दिन के लिए सीएम रहे थे। मेघालय में वरिष्ठ कांग्रेस नेता एससी मारक 1998 में केवल 13 दिनों के लिए मुख्यमंत्री बने थे।
अन्नाद्रमुक के संस्थापक एमजी रामचंद्रन के निधन के बाद उनकी पत्नी जानकी रामचंद्रन जनवरी 1988 में मात्र 23 दिनों के लिए सीएम बनी थीं। केरल में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के नेता सीएच मोहम्मद कोया 1979 में 45 दिन के लिए मुख्यमंत्री रहे थे। वह राज्य के इकलौते सबसे कम समय तक सीएम रहने वाले और एकमात्र मुस्लिम शख्स थे।
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