अंकारा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने येरूशलम को इजरायल की राजधानी घोषित करने के बाद दुनिया भर के कई इस्लामिक देशों ने इसकी निंदा की है। इस बीच तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने इजराइल को ‘आतंकी राष्ट्र’ बताया है। एर्दोगन ने कहा कि फिलीस्तीन बिना किसी वजह के पीड़ा झेल रहा है। येरूशलम विवाद खड़ा होने के बाद इजरायल फिलीस्तीन सीमा पर भयंकर हिंसा देखने को मिल रही है। एक बार फिर डोकलाम में चीन की हिमाकत, 1800 सैनिकों ने डाला डेरा, निर्माण कार्य भी जारी
तुर्की के राष्ट्रपति ने रविवार को एक भाषण में इजरायल को आतंकी राष्ट्र बताते हुए कहा कि उनकी दर्जनों सेना फिलीस्तीन युवाओं पर अत्याचार कर रही है।
एर्दोगन ने कहा कि हम येरुशलम को एक ऐसे राष्ट्र की रहम पर नहीं छोड़ेंगे जो बच्चों की जान लेता है। एर्दोगन ने ट्रंप के फैसले का मुकाबले करने का संकल्प जताया है। वहीं, बैरूत में भी रविवार को यूएस दूतावास के सामने हजारों लेबनान और फिलीस्तीन के लोगों ने प्रदर्शन किया। अमेरिका के खिलाफ प्रदर्शन करने आए हजारों लोगों ने दुतावास पर पत्थरबाजी की और डोनाल्ड ट्रंप का पुतला फूंका। उस दौरान पत्थरबाजों पर सिक्योरिटी फोर्सेस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।
यूएस के इस कदम के बाद पूरे मिडिल ईस्ट में प्रदर्शन हो रहा है। लेबनान में सबसे ज्यादा प्रदर्शन देखने को मिल रहा है, जहां करीब 4,50,000 फिलीस्तीन के लोगों ने शरण ले रखी है।