दांत हमारे शरीर के अनमोल रत्नों में से एक होते हैं। इनके बिना तन की सुन्दरता अधूरी होती है और साथ में हमारी मुस्कान। शरीर को स्वास्थ्य रखने के लिए दांतों का होना बहुत ही जरूरी है, क्योंकि जब हम खाना अच्छे से और चबा कर खाते हैं, तो वो खाना अच्छे से पच जाता है। जब भी हम भोजन करते हैं तब भोजन के पश्चात अगर हम अपने दांत अच्छे से साफ नहीं करेंगे तो भोजन के कण हमारे दांतों में रह जाते हैं उनसे दांतों में सडन पैदा हो जाती है। इसलिए हमें खाना खाने के बाद अच्छे से अपने दांत साफ़ करने चाहिए। दांतों की स्वच्छता का सीधा संबंध हार्ट से होता है। एक सर्वे के अनुसार जो लोग दांतों की नियमित रूप से सफाई नहीं करते, उन्हें दिल से संबंधित बीमारी होने की 70 प्रतिशत ज्यादा संभावना बढ़ जाती है।

खाने-पीने के बाद दांतों की सही से सफाई नहीं होने पर उनमें फंसे भोजन पर कीटाणु घर बना लेते हैं। जिससे दांतों में कई बीमारियां होने लगती है। जिन्जीवाइटिस का इलाज ठीक तरीके से नहीं किया जाए यह बीमारी पेरियोडॉन्टाइटिस बीमारी के रूप में जन्म ले सकती है। इस बीमारी से दांतों को सहारा देने वाले दांतों से जुड़े टिशू नष्ट हो जाते है जिससे दांत अपनी जगह नहीं रह पाते। दांतों में इंफेक्शन के कारण दांतों को कवर करके रखने वाली नर्व हट जाती है जिससे सेंसेविटी होने लगती है। इस कारण दांतों को ठंडा-गर्म लगने लगता है। दांतों में पायरिया होने पर उनका रंग पीला पडऩे लगता है और मुंह से दुर्गंध आने लगती है।
दो बार ब्रश
घंटों ब्रश करने से कोई लाभ नहीं होता। ब्रश के लिए तो सिर्फ 2 से 5 मिनट ही काफी है। लेकिन दिन में 2 बार ब्रश अवश्य करें। खाना खाने के तुरंत बाद हमें ब्रश नहीं करना चाहिए। क्योंकि भोजन में जो एसिड होता है, वो दांतों के एनेम को मुलायम कर देते हैं लेकिन जब हम ब्रश कर लेते हैं, तो वह एनेम खत्म हो जाता है। हमें चाहिए कि खाने के कम से कम एक घंटे तक ब्रश न करे ऐसा करने से एनेम थोड़े कडक हो जाते हैं। आप को ब्रश करने का तरीका पता होना चाहिए। आप जब भी ब्रश कर रहे हो उसे जोर लगाकर या तेजी से नहीं करना चाहिए, ऐसा करने से आप के मसूड़ों में सूजन पैदा हो सकती है। आजकल बाजार में बहुत से माउथवॉश और टूथपेस्ट फ्लोराइडयुक्त मिलने लगे है। माउथवॉश के प्रयोग से दांतों के आसपास रहने वाले बैक्टिरीया भी खत्म होते है।
दांतों की सुरक्षा के लिए इन चीजों को कहें ना
धुम्रपान छोड़ें
धुम्रपान मसूड़ों के लिए सबसे खतरनाक होता है। धुम्रपान हमारे दांतों को ही खराब नहीं करता बल्कि इससे हमारे पूरे शरीर को नुकसान पहुंचता है। धुम्रपान करने से बहुत अधिक मात्रा में बैक्टीरिया हमारे मुंह में ही रह जाते हैं और दांतों व मसूड़ों के संक्रमण हमारे पूरे तंत्र को प्रभावित कर सकते हैं।
चीनी का प्रयोग कम
चीनी आप के दांतों का सबसे बड़ा दुश्मन होता है, इसको खाने से आप के दांत खराब हो जाते हैं। इसलिए जितना हो सके आप को इससे बचकर रहना चाहिए।
अगर आप अपने दांतों को सही रखना चाहते हो तो आप को न तो अधिक गमज़् और न ठंडी वस्तु का सेवन करना चाहिए। ऐसा करने से आप के दांत खराब हो सकते हैं।
दांत को बचाएंं
जब भी आप किसी दुघज़्टना के शिकार होते हो, तो इस बात पर ध्यान दे कि आपके दांत को चोट न आये। अगर आप के दांत को चोट आ भी जाती है, तो उसे साफ पानी या दूध से धोएं। और उसे डॉक्टर के पास ले जाए। जितनी देर हो सके उसे दूध में ही रहने दे। ये आप के लिए अच्छा होगा।
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