ईरान-इराक में आए भूकंप से मरने वालों की संख्या 400 पहुंच गई है. 1600 से अधिक घायल हुए हैं. आइए देखते हैं भूकंप के बाद क्लिक की गई कुछ फोटोज…
भारत-अमेरिका की सेनाओं को दुनिया की सबसे ताकतवर सेनाएं बनायेंगे ट्रंप-मोदी
ईरान-इराक सीमा के पास रिक्टर पैमाने पर 7.3 तीव्रता का भूकंप आया. ईरान के उप स्वास्थ्य मंत्री कासिम जान बाबे ने मीडिया को बताया कि मृतकों की संख्या बढ़ भी सकती है. इसे 2017 का सबसे खतरनाक भूकंप बताया है.
ईरान के मुताबिक, देश में भूकंप से सर्वाधिक लोगों की मौत कर्मनशाह प्रांत के सारपोल-ए-जहबा शहर में हुई है.
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (यूएसजीएस) के मुताबिक, रविवार को ईरान सीमा के पास इराक के शहर हालाब्जा से 30 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में रात 9.20 बजे भूकंप आया. भूकंप 33.9 किलोमीटर की गहराई में दर्ज किया गया.
कुर्दिस्तान, खुजेस्तान, हमेदान, पश्चिमी एवं पूर्वी अजरबेजान और मध्य तेहरान सहित ईरान के कई प्रांतों में रिक्टर पैमाने पर 4.5 तीव्रता के झटके के बाद कई आफ्टरशॉक भी महसूस किए गए. रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 100 बार आफ्टरशॉक हुए.
भूकंप के झटके तुर्की, इजरायल, कुवैत, लेबनान, आर्मेनिया, संयुक्त अरब अमीरात और पाकिस्तान में भी महसूस किए गए.
ईरान में भूकंप से सर्वाधिक प्रभावित शहर खासर, शिरिन, सारपुल और अजगेल रहे. हालांकि, दूरवर्ती पहाड़ी क्षेत्रों में हुई तबाही का आकलन करना मुश्किल है क्योंकि वहां सड़कें और टेलीफोन लाइनें नष्ट हो गई हैं.
इराकी अधिकारियों ने पुष्टि की है कि सुलेमानिया प्रांत के दरबंदीखान में छह लोग मारे गए हैं और 50 घायल हो गए हैं.
इराक के प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी बयान के मुताबिक, प्रधानमंत्री हैदर अल-अबादी देश में भूकंप के बाद नागरिकों की स्थिति पर करीब से नजर बनाए हुए हैं.
ईरान विश्व में सर्वाधिक भूकंप जोखिम वाले क्षेत्रों में से एक है.
ईरान के इतिहास में सबसे विध्वंसक भूकंप जून 1990 में आया था. इसमें रूबदार, मांजिल और लुहसन जैसे उत्तरी शहर नष्ट हो गए थे और बड़ी संख्या में गांव नष्ट हुए थे, जिसमें लगभग 37,000 लोगों की मौत हो गई थी.
सरपोल ए जहाब के लोगों ने कहा कि बिजली-पानी की आपूर्ति ठप है और टेलीफोन तथा सेलफोन सेवा भी चरमरा गई है.
भूकंप पीड़ित रेजा मोहम्मदी ने कहा कि वह और उसका परिवार पहले झटके के बाद गली की तरफ दौड़ा. मैंने वापस जाकर कुछ सामान बटोरने की कोशिश की, लेकिन दूसरे झटके में मकान पूरी तरह गिर गया.
इराक में भूकंप के कारण क्षेत्र में 20 से अधिक गांव नष्ट हो गए हैं और बिजली एवं पानी की आपूर्ति बाधित हो गई है.
ईरान के प्रधानमंत्री हैदर अल अबादी ने देश की नागरिक रक्षा टीमों और संबंधित संस्थानों को प्राकृतिक आपदा से निपटने का निर्देश दिए हैं.