New Delhi : आपको जानकर हैरानी होगी कि यूपी में योगी आदित्यनाथ 8 करोड़ घर बनाने की नींव रखेंगे। बता दें इतने व्यापक स्तर पर देश में अभी तक कोई हाउसिंग स्कीम नहीं बनी थी।
ऐसा पहली बार हो रहा है। इसकी जरूरत इसलिए पड़ रही है क्योंकि एक आंकड़ा बताता है कि यूपी में अगले दो दशक में इतने घरों की जरूरत है। फिलहाल ये आंकड़ा करोड़ों में है।
दरअसल, ऐसे लोगों के लिए यूपी में अपना घर हो इसके लिए योगी सरकार स्कीम ला रही है। इस स्कीम में क्या है ये हम आपको अपनी इस खास रिपोर्ट के जरिए बताने वाले हैं। साथ में हम ये भी बताएंगे कि कैसे यूपी में सीएम योगी के आदेशों को लेकर अधिकारियों में खलबली मच गई है। कुछ अधिकारी ताबड़तोड़ एक्शन ले रहे हैं तो कुछ अभी भी कागजी आदेशों का इंतजार कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में आवास एवं शहरी नियोजन विभाग का जिम्मा सीएम योगी ने अपने पास रखा हुआ है। विभाग के मुख्य सचिव सदाकांत के गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश में गरीबों के लिए आवास योजना की स्टडी की जा रही है। जल्द ही यूपी में भी ऐसी ही नई योजना शुरू की जाएगी। इसके लिए सभी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्षों और आवास आयुक्तों की अहम बैठक बुलाई गई है।
सूत्रों के मुताबिक गरीबों के लिए मुफ्त आवासीय योजना पंडित दीन दयाल उपाध्याय के नाम से होगी। इसमें मकान मुफ्त होगा हालांकि फॉम या अन्य कागजों को पूरा करने के लिए आपको 2 हजार रुपए खर्च करने पड़ सकते हैं।
फिलहाल मोदी सरकार ने निम्म आय वर्ग के लोगों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना चला रखी है। जिसमें EWS में शामिल लोगों के लिए केन्द्र सरकार डेख लाख रुपए तक का योगदान देती है।
यूपी सरकार की तरफ से इसी स्कीम में EWS के लिए 1 लाख रुपय तक का योगदान दिया जाता है। दूसरी तरफ केन्द्र की स्कीम में जो लोग पहली बार घर खरीद रहे हैं उन्हें सरकार 6 लाख तक के घर के लिए 6.5 % ब्याज पर लोन दे रही है। प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि किसी हाल में 2022 तक देश के गरीबों को छत मुहैया हो जानी चाहिए।