मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी की आइटी टीम ने शुक्रवार को एक बड़ी चूक कर दी। ट्रामा सेंटर में भर्ती जिस दुष्कर्म पीड़िता का हाल लेने मुख्यमंत्री पहुंचे थे, आइटी टीम ने उस महिला और उसके परिवारीजनों की मुख्यमंत्री के साथ हुई फोटो को योगी के ट्विटर हैंडल से पोस्ट कर दिया। हालांकि, चूक सामने आने के बाद पोस्ट को डिलीट कर गलती सुधार ली गई। ट्रामा सेंटर में पीड़ित महिला से मुख्यमंत्री की मुलाकात के कुछ देर बाद ही ‘एमआदित्यनाथयोगी’ नाम के मुख्यमंत्री के ट्विटर हैंडल से शुक्रवार को दो फोटो पोस्ट की गईं। इन फोटो में सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का ध्यान न रखते हुए दुष्कर्म पीड़िता और उसके परिवार की पहचान उजागर कर दी गई, जबकि दुष्कर्म के मामले में पीड़ित महिला और उसके परिवार की पहचान न बताने का नियम है।
ट्रामा सेंटर में पीड़ित महिला से मुख्यमंत्री की मुलाकात के कुछ देर बाद ही ‘एमआदित्यनाथयोगी’ नाम के मुख्यमंत्री के ट्विटर हैंडल से शुक्रवार को दो फोटो पोस्ट की गईं। इन फोटो में सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का ध्यान न रखते हुए दुष्कर्म पीड़िता और उसके परिवार की पहचान उजागर कर दी गई, जबकि दुष्कर्म के मामले में पीड़ित महिला और उसके परिवार की पहचान न बताने का नियम है।
हालांकि, फोटो के साथ किए गए ट्वीट में महिला को एसिड अटैक पीड़िता बताया गया है। उसमें लिखा है- मुख्यमंत्री ट्रामा सेंटर में एसिड अटैक पीड़िता से मिले और बोले- जल्द होगी कार्रवाई। बाद में सोशल मीडिया पर यह तस्वीरें और चूक वायरल होते ही योगी के ट्विटर अकाउंट से पहले पोस्ट की गईं दोनों फोटो हटाकर दो नई फोटो डाली गईं। इसमें एक फोटो में पीड़ित महिला के साथ उसके परिवार के एक पुरुष व महिला की फोटो धुंधली कर दी गई थी, जबकि दूसरी फोटो में पीड़ित महिला की परिवारीजन महिला का चेहरा बाद में भी साफ नजर आ रहा था।
livetoday.online से साभार…
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