यूपी के सीएम आदित्यनाथ योगी विधानसभा के सेंट्रल हॉल में राष्ट्रपुरुष चंद्रशेखर-संसद में दो टूक पुस्तक का विमोचन करने पहुंचे। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित भी मौजूद रहे। पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर का आज जन्मदिन है, इस मौके पर इस पुस्तक का विमोचन किया गया। उन्होंने इस मौके पर कहा, जिसने जन्म लिया है वो मरना है लेकिन विचार शास्वत हैं।
वैचारिक क्रांति के बगैर कोई क्रांति सफल नहीं हो पाई है। ये हमारा सौभाग्य है कि चंद्रशेखर जी के सानिध्य में कई साल काम करने को मिला है, हम धुर विरोधी विचारधारा से जुड़ी पार्टियों से रहे हैं। मैंने लोहिया को जब पुस्तकों में पढ़ा तो लगा कि समाजवाद कहां खो गया है। जब मैं चंद्रशेखर को सुनता था तो लगता था कि समाजवाद का एक पुरोधा जीवित रह गया है। जब मैंने उन्हें सुना तो भ्रांति दूर हुई कि विचारधारा कोई भी हो लेकिन उद्देश्य लोककल्याण है। चंद्रशेखर जी ने कहा था कि हमारे फौजदारी के मामले और शादी विवाह के मामले एक हैं तो कॉमन सिविल कोड क्यों नहीं। योगी ने कहा, देश की ज्वलंत समस्या को लेकर एक वर्ग चुप है। तलाक जैसे मुद्दों पर चुप रहने वाले अपराधी के समान हैं। मुझे ये देखकर महाभारत का द्रोपदी के चीर हरण वाला दृश्य याद आता है।सीएम बोले, चंद्रशेखर जी ने कहा था कि देश की समस्याओं का समाधान मल्टीनेशनल कंपनियां नहीं कर सकती हैं। उनके लिए अपनी विचारधारा नहीं राष्ट्र महत्वपूर्ण था। नकारात्मक चीजों को खबर बनाने से समाज में नकारात्मकता आती है। समाज की नकारात्मकता को हम नकार देंगे तो समाज में सकारात्मकता आएगी। मीडिया नकारात्मक चीजों को नकार दे और सकारात्मक चीजों को गति दे तो लोग अच्छाई की ओर जाएंगे।
नकारात्मक चीजों को खबर बनाने से समाज में नकारात्मकता आती है। समाज की नकारात्मकता को हम नकार देंगे तो समाज में सकारात्मकता आएगी। मीडिया नकारात्मक चीजों को नकार दे और सकारात्मक चीजों को गति दे तो लोग अच्छाई की ओर जाएंगे।