यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम हिमाचल में कांग्रेस की सत्ता पलटकर रख देंगे। वीरभद्र सिंह और उनका परिवार अब अपना बोरिया-बिस्तर समेट ले।दिल्ली में डेंगू-मलेरिया के मामले बढ़े, डेंगू फ्री कूलर खरीदने की अपील
ऊना के अंब में हिमाचल भाजपा की परिवर्तन रथ यात्रा के समापन पर योगी ने तंज किया कि आज की कांग्रेस महात्मा गांधी, पटेल और लाल बहादुर शास्त्री की नहीं बल्कि सोनिया-राहुल की है।
कांग्रेस का भ्रष्टाचार और माफिया से पुराना नाता है। माफिया शब्द ही इटली से आया है। उन्होंने कहा कि लोगों में कांग्रेस के प्रति इस कदर अविश्वास पनप रहा है कि राहुल गांधी के नेतृत्व पर भाजपा या कांग्रेस ही नहीं बल्कि आम जनता भी सवाल उठा रही है।
योगी ने कहा कि हिमाचल की सड़कों की तर्ज पर अब कांग्रेस के पाप के गड्ढों को भाजपा भरेगी। योगी ने कहा कि उन्होंने पहाड़ का पानी पीया है, तभी उनमें ईमानदारी है।
कहा- पहाड़ में खनन व वन माफिया हावी
लेकिन प्रदेश कांग्रेस सरकार हिमाचल को बदनाम कर रही है। उन्होंने कहा कि सांसद अनुराग और पूर्व सीएम धूमल ने वन रैंक वन पेंशन का मुद्दा उठाया तो मोदी सरकार ने पूर्व सैनिकों के हित में इसे लागू किया।
योगी ने कहा कि हिमाचल की जब बात आती है तो भगवान शंकर की याद आती है। योगी ने सबसे पहले चिंतपूर्णी मां के दर्शन किए। उन्होंने चामुंडा देवी, ज्वालामुखी, नयना देवी शक्तिपीठों को भी याद किया।
उन्होंने हिमाचल की मातृ शक्ति को नमन करते हुए कहा कि हिमाचल के बहादुर बेटे देश की रक्षा कर रहे हैं। इस मौके पर पूर्व सीएम प्रो. प्रेम कुमार धूमल, सांसद शांता कुमार, अनुराग ठाकुर, भाजपा अध्यक्ष सतपाल सत्ती, पूर्व मंत्री प्रवीण शर्मा आदि मौजूद रहे।
इस बीच हरियाणा सरकार से संपर्क कर हेलीकाप्टर मंगवाया गया। योगी ने ऊना में दोपहर का भोजन किया और यूपी के लिए रवाना हुए। यूपी में योगी को चार बजे मंत्रिमंडल की बैठक लेनी थी, लेकिन शाम पांच बजे तक योगी ऊना में ही फंसे रहे।
हालांकि, सोमवार को अन्य दिनों के हिसाब से मंदिर में श्रद्धालुओं की चहल-पहल काफी कम थी। मंदिर मार्ग से लेकर पूरे मंदिर परिसर तक सुरक्षा पहरा कड़ा रहा है और किसी को भी मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं थी। योगी ने विधिवत रूप से पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लिया।
इसके बाद योगी का काफिला अंब में जनसभा के लिए रवाना हुआ। बाद में श्रद्धालुओं को दर्शनों के कपाट खोल दिए गए। मंदिर पहुंचने के दौरान बाजार में योगी की झलक पाने को लोग काफी उत्साहित दिखे। कार्यकारी मंदिर अधिकारी रनिया राम का कहना है कि सुरक्षा कारणों के चलते मंदिर का एंट्री गेट कुछ देर के लिए बंद रखा गया था। जिसे करीब 15 मिनट के बाद खोल दिया गया था।