लखनऊ: उत्तर प्रदेश की धर्म नगरी कहे जाने वाली अध्योध्या की तस्वीरे बदलने के लिए अब प्रदेश सरकार के साथ कोरिया देश भी काम करेगा। आज कोरिया से लखनऊ पहुंचे एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ मुलाकात की।
कोरिया के इस प्रतिनिधिमंडल ने आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ उनके सरकारी आवास पर भेंट की। कोरियाई प्रतिनिधिमंडल तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच काफी लंबी वार्ता चली। कोरियाई दल उत्तर प्रदेश पर्यटन में निवेश करने को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिला था। प्रतिनिधिमंडल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच कई मुद्दों पर बातचीत हुई।
जिनमें पर्यटन का मुद्दा प्रमुख रहा। इस बैठक के बाद प्रमुख सचिव सूचना अवनीश अवस्थी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व कोरिया के इस प्रतिनिधिमंडल के बीच वार्ता के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हमारे देश के कोरिया से हमेशा से अच्छे संबंध रहे हैं। आज मुख्यमंत्री के साथ इस प्रतिनिधिमंडल की वार्ता के बाद हमारे संबंध और मजबूत होंगे। उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश सरकार तथा कोरिया के बीच पर्यटन को लेकर एमओयू साइन हुआ है।
इससे पर्यटन को तो बढ़ावा मिलेगा ही साथ ही हमारे संबंध भी और मजबूत होंगे। हम लोग आज बैठक करेंगे, टूरिज्म को किस तरह से आगे बढ़ाया जाय इस पर समीक्षा करेंगे। प्रमुख सचिव सूचना अवनीश अवस्थी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब कोरिया गए थे तब भारत व कोरिया के बीच दो हजार वर्ष से अधिक पुराने सांस्कृतिक संबंध को और आगे ले जाने की बात हुई थी।
इसी क्रम में आज उसको आगे बढ़ाने की बात हुई है। कोरियाई लोगों का विश्व प्रसिद्ध तीर्थ है। कोरियाई दल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच पर्यटन को लेकर बातचीत हुई। इस बातचीत में अयोध्या में कोरियाई स्मारक स्थल को लेकर भी बातचीत हुई है।
यह स्मारक राम कथा पार्क के बगल में स्थापित है, जो किए कोरिया सरकार के सहयोग से बना है। कोरियाई किवदंतियों के अनुसार, अयोध्या के राजा की पुत्री कोरिया की यात्रा पर गयी थी। जिन्होंने वहां के राजकुमार से शादी कर ली। कोरिया में करक साम्राज्य की स्थापना करने वाले किंग सूरो की पत्नी क्वीन हुह की याद में यह स्मारक बनवाया गया है। जिसे देखने के लिए हर साल अच्छी खासी संख्या में कोरियाई लोग पहुंचते हैं।