योगी आदित्यनाथ सरकार दो लाख रुपये तक सालाना आय वाले सामान्य वर्ग के हर विद्यार्थी को छात्रवृत्ति देगी। इसके लिए छात्रवृत्ति और शुल्क भरपाई मद को अलग-अलग किया जा रहा है।‘AAP’ को लगा एक और बड़ा झटका, फुलका ने छोड़ा नेता प्रतिपक्ष का पद, जानिए क्यों?
इसके तहत पहले सभी को छात्रवृत्ति मिलेगी। उसके बाद बची रकम से शुल्क की भरपाई की जाएगी। समाज कल्याण निदेशालय ने इस बाबत प्रस्ताव तैयार कर लिया है।
वर्ष 2016-17 में दशमोत्तर छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति योजना के तहत सामान्य वर्ग के 8.22 लाख विद्यार्थियों ने आवेदन किया था। बजट की कमी के चलते इनमें से 2.42 लाख विद्यार्थी योजना का लाभ नहीं पा सके।
अभी तक छात्रवृत्ति और शुल्क भरपाई के लिए एक ही वरीयता सूची तैयार की जाती है। चूंकि सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी छात्रों को योजना के तहत कुछ न कुछ राशि देने के निर्देश दिए हैं, इसलिए समाज कल्याण विभाग ने छात्रवृत्ति और शुल्क भरपाई की वरीयता सूची अलग-अलग तैयार करने का फैसला किया है।
शुल्क भरपाई की वरीयता सूची पर भी होगा विचार
निर्णय लिया गया है कि पहले सभी छात्रों को छात्रवृत्ति दी जाएगी, उसके बाद शुल्क भरपाई की वरीयता सूची पर विचार होगा।
समाज कल्याण निदेशालय के एक अधिकारी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि मंगलवार को यह प्रस्ताव शासन को भेज दिया जाएगा। चूंकि शासन के ही निर्देशों पर इस प्रस्ताव को तैयार किया गया है, इसलिए मंजूरी मिलनी तय है।
इतनी मिल सकती है छात्रवृत्ति
कक्षा-10 से ऊपर के विभिन्न कक्षाओं के छात्रों को चार हजार रुपये से लेकर 12 हजार रुपये तक छात्रवृत्ति दी जाती है। इस निर्णय से हर छात्र योजना के तहत 4-12 हजार रुपये तक पा जाएगा।