आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार 25 जून को कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड का दौरा करेंगे और वहां बनाए जा रहे स्वदेशी विमान वाहक (आईएसी) की प्रगति की समीक्षा करेंगे। रक्षा मंत्री की दो दिवसीय कोच्चि यात्रा IAC के समुद्री परीक्षणों में देरी के मद्देनजर हो रही है। इस वर्ष की पहली छमाही में परीक्षणों की योजना बनाई गई थी, लेकिन कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के कारण इसमें देरी हुई।
एक रक्षा प्रवक्ता ने पहले कहा था कि IAC परियोजना आत्मानबीर भारत का एक सच्चा उदाहरण है, जिसमें लगभग 75 प्रतिशत सामग्री और उपकरण स्वदेशी हैं।
इस परियोजना में 50 से अधिक भारतीय निर्माता सीधे तौर पर शामिल हैं, जिसने भारतीय नागरिकों के लिए रोजगार के महत्वपूर्ण अवसर प्रदान किए हैं। आईएसी में दैनिक आधार पर करीब 2,000 भारतीयों को प्रत्यक्ष रोजगार मिला और 40,000 से अधिक लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार प्राप्त हुआ। इसके अलावा, लगभग 20,000 करोड़ रुपये की परियोजना लागत का लगभग 80-85 प्रतिशत हिस्सा भारतीय अर्थव्यवस्था में वापस लगाया गया है।