स्वरूप नगर के बालिका संरक्षक गृह व राजकीय बाल बालिका गृह तक कोरोना की आंच पहुंचने से प्रशासन सकते में था ही लेकिन अब सात बालिकाओं के गर्भवती होने की पुष्टि होने के बाद खलबली मच गई है। बीते चार दिनों में अबतक 57 संवासिनी कोरोना संक्रमित मिली हैं, हालांकि प्रशासन ने बालिकाओं के गर्भवती होने का मामला स्पष्ट किया है।
बालिका संरक्षक तथा राजकीय बाल बालिका गृह में फैला कोरोना
कानपुर में कोरोना वायरस तेजी से पांव पसार रहा है, इसी क्रम में बीते सोमवार को स्वरूप नगर के बालिका संरक्षक गृह की 18 संवासिनी और राजकीय बाल बालिका गृह की 15 किशोरियां में कोरोना संक्रमण की पुष्ट हुई थी। इसपर 137 बालिकाओं और स्टॉफ को केडीए ड्रीम्स पनकी में क्वारंटाइन कराया गया था। गुरुवार को 55 संवासिनियों और स्टॉफ के सभी सदस्यों का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया था। राजकीय बालगृह बालिका स्वरूप नगर से भी 171 बालिकाओं और 26 सदस्यों के सैंपल लिए गए थे। इसके बाद स्वरूप नगर के बालिका संरक्षण गृह से 16 संवासिनी और किशोरियों संक्रमित पाई गईं थी, जिसमें पांच माह की बच्ची भी है। रविवार तक संक्रमित संवासिनयों की संख्या 57 हो गई तो स्वास्थ्य महकमे में हलचल मच गई थी।
राजकीय बाल संरक्षण गृह की कोरोना संक्रमित दो किशोरी गर्भवती
राजकीय बाल संरक्षण गृह की संवासिनियों में सात के गर्भवती होने की रिपोर्ट से खलबली मच गई है। कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट के बाद दो संवासिनयों को मंधना के रामा मेडिकल कॉलेज भेजा गया था। इनमें एक किशोरी को आठ माह और दूसरी को साढ़े आठ माह का गर्भ है, इसपर अब दोनों को हैलट के जच्चा बच्चा अस्पताल रेफर कर दिया गया है। जांच में एक एचआईवी संक्रमित मिली तो दूसरी को हेपेटाइटिस सी का संक्रमण है, इसके चलते उन्हें विशेष निगरानी में रखा गया है। संवासिनयों के गर्भवती की पुष्टि के बाद उनका पूरा ब्यौरा खंगाला जा रहा है।
अफसरों ने कही ये बात
मीडिया में संवासिनियों के गर्भवती होने के मामले में हस्तक्षेप करते हुए मंडलायुक्त सुधीर एम बोबडे के निर्देश पर जिलाधिकारी डॉ ब्रह्मदेव राम तिवारी ने बताया कि संरक्षण ग्रह में 57 संवासिनी कोरोना संक्रमित मिली हैं। इसमें सात संवासिनी गर्भवती हैं, जिसमें पांच संवासिनी की कोरोना पॉजिटिव और दो की निगेटिव रिपोर्ट है। पांच संक्रमित संवासिनी आगरा, एटा, कन्नौज फिरोजाबाद और कानपुर के बाल कल्याण समिति से संदर्भित करने के बाद रह रही थीं।
सभी सात बालिकाएं बालिका गृह में प्रवेश के समय से गर्भवती थीं। कोरोना संक्रमित दो बालिकाएं को हैलट और तीन को रामा मेडिकल कॉलेज में कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एसएसपी दिनेश कुमार पी का कहना है कि पॉक्सो एक्ट के तहत एक किशोरी कन्नौज और दूसरी किशोरी आगरा से कानपुर आई है। रेस्क्यू के समय ही दोनों गर्भवती थी और दिसंबर 2019 में संरक्षण गृह में भेजी गई थीं। दोनों 6 महीने पहले बालिका गृह में आईं, जबकि गर्भ 8 महीने का है। संरक्षण के समय से दोनों के गर्भवती होने का रिकॉर्ड है।