लोकसभा चुनाव में सीटों के सहज बंटवारे की संभावना को खारिज करते हुए राजद ने कहा है कि आने वाले दिनों में भाजपा-जदयू खेमे में भगदड़ तय है। राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने दावा किया कि राजग के कई विधायक और सांसद उनके संपर्क में हैं और मौका आने पर वे पाला बदलने को तैयार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा के सहयोगी दल भी उसे छोडऩे वाले हैं, जिसके बाद बिहार में भाजपा अकेली रह जाएगी।
लोजपा और रालोसपा पर भाजपा का नियंत्रण नहीं
हफ्ते भर पहले लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान और रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा को महागठबंधन में आने के लिए बेताब बताकर रघुवंश ने बिहार की राजनीति को गर्म कर दिया था। हालांकि, राजद नेता के बयान आने के तुरंत बाद पासवान ने ऐसी किसी संभावना को खारिज करते हुए बिहार में राजग को एकजुट बताया था। रघुवंश ने फिर दोहराया कि लोजपा और रालोसपा पर भाजपा का नियंत्रण नहीं है। सीट बंटवारे से पहले राजग में भाजपा अकेली रह जाएगी।
एक-एक कर सभी हो जाएंगे अलग
रघुवंश ने भाजपा की पुरानी सहयोगी शिवसेना और तेलुगू देशम पार्टी का उदाहरण देते हुए कहा कि एक-एक कर सभी अलग हो रहे हैं। ऐसा ही बिहार में भी होगा।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मुलाकात के दौरान आने वाले समय में लोकसभा सीटों के सहज बंटवारे के दावे को भी रघुवंश ने खारिज किया और राजग में सीट बंटवारे के फार्मूले पर सवाल उठाया। कहा कि किस आधार पर बंटवारा होगा। न भाजपा कम लेना चाहेगी और न जदयू। ऐसे में विपक्ष को लार टपकाने की नौबत नहीं आएगी। अपने आप सबके रास्ते अलग हो जाएंगे।