विश्व हिन्दू परिषद के अन्तराष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद पराडे ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर कोई राजनीतिक दल नहीं हिन्दू समाज बनाएगा। गोरखपुर मे पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने का कि सारे सबूत हिंदू समाज के लिए अनुकूल है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को हर तरह की कानूनी पहल करते हुए राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करना चाहिए।
मिलिंद परांडे ने कहा कि काफी संख्या में बाग्लादेशी मुसलमानों की घुसपैठ देश में हुई है। इनकी घुसपैठ के कारण देश में आर्थिक सुरक्षा के कई प्रश्न खड़े हुए हैं। इस समस्या को लेकर पूरे देश में विश्व हिन्दू परिषद जागरूकता कार्यक्रम चला रही है। पीड़ित होकर आसपास के देशों से जो हिंदू भागकर भारत आ गए हैं उन्हें भारत की नागरिकता मिलनी चाहिए।
जनवरी में इलाहाबाद में साधु संतों का एक महासंसद आयोजित किया जाएगा। इसमें अनेक समसामयिक विषयों पर चर्चा की जाएगी। हिंदू समाज के एक भाग को दूसरे वर्ग से लड़ाने का प्रयास जो हिंदू विरोधी शक्तिया कर रही है उस पर चर्चा की जाएगी।
उन्होंने कहा कि जो पत्थर राम मंदिर के लिए अयोध्या में जा रहे हैं उन्हीं पत्थरों से राम मंदिर बनेगा और उसी जगह पर बनेगा जहा पर राम मंदिर पहले था।
मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड द्वारा हलाला के अस्तित्व में नहीं होने के सवाल पर मिलिंद पराडे ने कहा कि सामाजिक कुरीतियों की अगर बात होती है तो आक्रमण केवल हिंदू समाज के ऊपर किया जाता है।
गौरक्षकों की पिटाई किए जाने पर बाबा रामदेव द्वारा कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए जाने को जायज ठहराते हुए मिलिंद पराडे ने कहा है कि पिछले कुछ सालों में गो रक्षकों की छवि काफी गलत तरीके से पेश की गई है। देश में हर रोज अलग-अलग प्रदेशों में गोवंश को काटा जा रहा है और उन्हें बाग्लादेश बेचा जा रहा है। सिर्फ कानून बना लेने से इस पर रोक नहीं लग सकती है। सरकार को इस पर गंभीरता से रोक लगाने का प्रयास करना चाहिए। इसके लिए अलग से गो रक्षा मंत्रालय बनाया जाना चाहिए।