इसके बाद प्रार्थना और जाप के दौरान स्व. मोहिंदर कौर की अस्थियां वीरवार दोपहर श्री कीरतपुर साहिब के गुरुद्वारा पातालपुरी साहिब में अस्थघाट से सतलुज दरिया में जल प्रवाहित की गई। अस्थघाट में रणइंदर सिंह ने अस्थियां जल प्रवाह की। इसके बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह गुरुद्वारा पातालपुरी साहिब में अरदास करने गए जहां उन्होंने गुरबाणी कीर्तन भी श्रवण किया।
सुबह लगभग सवा नौ बजे मुख्यमंत्री ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ शाही समाधां पर अरदास करने के बाद स्वर्गीय मोहिंदर कौर के फूल चुगने की रस्म अदा की। इस मौके पर स्वर्गीय मोहिंदर कौर के भाई गुरशरण सिंह जेजी और इंद्रजीत सिंह जेजी, उनके पोते रणइंदर सिंह, पड़पोते यादूइंदर सिंह, दोहते कुंवर जगत सिंह व हरशदीप सिंह ढिल्लों, कैप्टन के दामाद गुरपाल सिंह, दोहते निरवान सिंह और अंगद सिंह उपस्थित रहे।
फूलों की रस्म पूरी करने और अंगीठा संभालने के बाद स्वर्गीय मोहिंदर कौर की अस्थियां फूलों से सजी एक गाड़ी में गुरुद्वारा श्री पातालपुरी साहिब के लिए रवाना की गई। इस दौरान पटियाला निवासियों ने वाहन पर फूलों की वर्षा कर स्वर्गीय मोहिंदर कौर को अंतिम विदाई दी। इस दौरान कैबिनेट मंत्री ब्रह्म मोहिंदरा, साधु सिंह धर्मसोत, तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, मुख्यमंत्री के सलाहकार भरत इंद्र सिंह चाहल और विधायक हरदयाल सिंह कंबोज मौजूद रहे।
सोनिया गांधी ने जताया शोक
कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की मां मोहिंदर कौर के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। कैप्टन को भेेजे शोक संदेश में सोनिया ने मोहिंदर कौर द्वारा पार्टी और देश के लिए दिए बहुमूल्य योगदान के साथ-साथ उनकी देशभक्ति के प्रति दृढ़ता को भी याद किया।
सोनिया गांधी ने राजमाता को एक ऐसी महिला बताया जिन्होंने अपना जीवन शानदार, समर्पण और गौरवमयी ढंग के साथ बिताया। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि मोहिंदर कौर ने अच्छे नागरिक वाले मानवीय मूल्यों द्वारा शिक्षा के प्रसार के लिए अपनी वचनबद्धता बनाए रखी। उनका सियासी गलियारों में बहुत मान-सम्मान था, जो विरले राजनेता ही पाते हैं। पटियाला के लोग उन्हें काफी मानते थे। सोनिया ने मोहिंदर कौर की आत्मा की शांति के लिए अरदास की।