राजीव गांधी हत्या मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रही नलिनी श्रीहरन ने अपनी बेटी की शादी में शामिल होने के लिए पेरोल की मांग वाली याचिका वापस ले ली है। नलिनी ने अपनी बेटी की शादी की तैयारियों के लिए छह महीने की सामान्य छुट्टी का आवेदन दिया था, हालांकि अब उन्होंने खुद यह याचिका वापस ले ली है।
बता दें कि नलिनी को वेल्लोर में महिलाओं के विशेष कारागार में रखा गया है। वे पिछले 26 सालों से जेल में बंद हैं। बता दें कि आजीवन कारावास की सजा पाने वाले कैदी दो साल में एक बार महीने भर की साधारण छुट्टी के हकदार होते हैं। नलिनी ने अपने आवेदन में कहा था कि उन्होंने अब तक कोई छुट्टी नहीं ली है। हालांकि साल 2016 में नलिनी एक दिन की पेरोल पर जेल से बाहर आई थी, उनको अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए 12 घंटे की पेरोल पर रिहा किया गया था।
बता दें कि 21 मई, 1991 को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या कर दी गई थी। उनकी हत्या लिट्टे प्रमुख प्रभाकरण के कहने पर हुई थी। इस हत्या के आरोप में नलिनी के साथ उसके तीन साथियों को फांसी की सजा सुनाई गई थी। इनमें नलिनी का पति मुरुगन भी शामिल है। राज्य सरकार ने साल 2000 में क्षमा याचिका को मंजूर करते हुए आरोपियों की फांसी की सजा को उम्रकैद में बदल दिया।
नलिनी ने राहुल का जताया आभार
हाल में नलिनी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का आभार व्यक्त किया था। दरअसल, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या की दोषी नलिनी श्रीहरन ने माफी देने और रिहा करने पर आपत्ति न जताए जाने की बात पर राहुल गांधी का आभार जताया। बता दें कि राहुल गांधी कई बार कह चुके हैं वह इस मामले से आगे बढ़ना चाहते हैं और माफी ही सही रास्ता है। हाल ही में जर्मनी के दौरे पर उन्होंने कहा था कि वह और उनकी बहन लिट्टे प्रमुख प्रभाकरण की मौत से खुश नहीं थे।