राज्यसभा चुनाव में सपा, बसपा और कांग्रेस की आपसी तालमेल की रणनीति ध्वस्त करने के लिए भाजपा नौ उम्मीदवार उतारने पर विचार कर रही है। हालांकि भाजपा के सभी प्रत्याशी सामने नहीं आए हैं। अभी वित्त मंत्री अरुण जेटली के रूप में सिर्फ एक प्रत्याशी की घोषणा हुई है। माना जा रहा है कि भाजपा विपक्ष की चालों को देखते हुए नौ उम्मीदवार उतारेगी। प्रत्याशियों की घोषणा शुक्रवार या शनिवार तक होने की उम्मीद है।
भाजपा और उसके सहयोगी दलों के विधानसभा में 324 विधायक हैं। राज्यसभा सदस्य चुनाव के लिए एक उम्मीदवार को 37 विधायकों के वोट की जरूरत पड़ेगी। दस सीटों पर हो रहे चुनाव में भाजपा के आठ उम्मीदवारों की जीत पक्की है। नौवें उम्मीदवार के लिए भाजपा के पास 28 विधायकों के वोट हैं। उसे नौ अतिरिक्त वोट की आवश्यकता पड़ेगी।
निर्दल विधायक अमनमणि त्रिपाठी, राजा भैया, विनोद सरोज और विजय मिश्रा ने राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा को वोट दिया था। भाजपा ने राज्यसभा चुनाव में भी चारों निर्दल विधायकों के वोट हासिल करने का हर संभव प्रयास शुरू किया है। नौवीं सीट पर जीत के लिए शेष पांच वोट के लिए भाजपा के रणनीतिकार सपा और कांग्रेस के विधायकों पर नजरें गड़ाए हैं।