राज्यसभा में विपक्ष के हंगामे और मार्शलों से उलझने का मुद्दा गर्म हो गया है। इसे लेकर दोनों पक्ष की ओर से आरोप लगाए जा रहे हैं। पहले विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर ‘सांसदों को मार्शलों से पिटवाने’ के आरोप लगाया। उसके बाद राज्यसभा का सीसीटीवी फुटेज आ गया, जिसमें विपक्षी सांसद ही मार्शलों से उलझते दिखाई दे रहे हैं। केंद्र सरकार कें मंत्रियों ने पलटवार करते हुए विपक्ष पर शर्मनाक हरकत करने और महिला मार्शल तक से बदसलूकी का आरोप लगाया। फुटेज सामने आने के बाद अब खुद महिला मार्शल भी सामने आई हैं। उन्होंने कहा कि मार्शलों ने सांसदों के साथ कोई बदतमीजी नहीं की। उन्होंने आरोप लगाया कि दो महिला सांसदों ने उन्हें जबरदस्ती घसीटा। वहीं केंद्र सरकार ने राज्यसभा के चेयरमैन को दोषी सांसदों के खिलाफ कार्रवाई कहा है।
माकपा सांसद ने मेरी गर्दन पकड़ ली: मार्शल
सुरक्षा सहायक और मार्शल राकेश नेगी के आरोप बेहद गंभीर हैं। संसद सुरक्षा सेवा के निदेशक को दी गई रिपोर्ट में उन्होंने लिखा कि 11 अगस्त 2021 को राज्यसभा चैंबर के भीतर मुझे मार्शल की ड्यूटी के लिए तैनात किया गया था। इस दौरान सीपीएम सांसद एलामारन करीम ने मेरी गर्दन को पकड़ लिया, ताकि वह मुझे सुरक्षा घेरे की कड़ी से बाहर घसीट सकें। इस दौरान मेरा दम घुटने लगा और सांस लेने में दिक्कत होने लगी। सांसदों एलामारन करीम और अनिल देसाई ने मार्शलों के सुरक्षा घेरे को तोड़ने की कोशिश की।’
महिला मार्शल का आरोप, कांग्रेस सांसदों ने हाथ पकड़कर घसीटा
राज्यसभा की रिपोर्ट में सुरक्षा सहायक अक्षिता भट और राकेश नेगी ने संसद सुरक्षा सर्विस के डायरेक्टर (सुरक्षा) को दी गई लिखित रिपोर्ट में कहा कि सांसदों ने उनके साथ बदसलूकी की। महिला मार्शल ने लिखा कि दोनों महिला सांसदों (छाया वर्मा और फूलो देवी नेताम) ने मेरा हाथ पकड़कर जबरदस्ती घसीटा, ताकि पुरुष सांसद सुरक्षा घेरे को तोड़ सकें।’
अक्षिता भट ने लिखा है कि विरोध में शामिल कुछ पुरुष सांसद मेरी तरफ दौड़े और उन्होंने सुरक्षा घेरे को तोड़ने की कोशिश की। जब मैंने प्रतिरोध किया, तब कांग्रेस सांसद छाया वर्मा और फूलो देवी नेताम बगल में हट गईं और पुरुष सांसदों को सुरक्षा घेरा तोड़ने और टेबल तक पहुंचने का रास्ता दिया।’
विपक्ष का आरोप, सरकार ने मार्शलों की फौज उतारी
इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी, एनसी प्रमुख शरद पवार समेत कई विपक्षी नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार ने विपक्षी सांसदों पर मार्शलों के जरिए हमला करवाया। राहुल ने कहा कि हमारे देश के इतिहास में बुधवार को पहली बार राज्यसभा के सदस्यों के सा बदसलूकी हुई और उन्हें पीटा गया। यह लोकतंत्र की हत्या है।
सीसीटीवी फुटेज में मार्शलों से धक्का-मुक्की करते दिखे विपक्षी सांसद
कांग्रेस सांसद छाया वर्मा ने भी दावा किया कि पुरुष मार्शलों ने महिला मार्शलों को आगे करके हमें पीछे धकेलने की कोशिश की। आरोपों के बाद सरकार ने राज्यसभा का सीसीटीवी फुटेज जारी कर दिया, जिसमें जो कुछ दिखा वह विपक्ष के दावों के उलट था। वीडियो में विपक्षी सांसद ही मार्शलों से बदसलूकी करते दिख रहे हैं। एक महिला मार्शल को विपक्षी सांसद घसीटने की कोशिश करते दिख रहे थे।
सरकार ने प्रेस कांफ्रेंस में उतारा 8 मंत्रियों को
विपक्ष के आरोपों पर पलटवार के लिए मोदी सरकार ने 8 मंत्रियों को प्रेस कॉन्फ्रेंस में उतार दिया। मंत्रियों ने विपक्ष पर ‘सदन में और भयंकर हालात’ होने की धमकी देने का आरोप लगाया। सरकार ने विपक्षी सांसदों पर सदन में हुल्लड़बाजी करने, तोड़फोड़ करने जैसे शर्मनाक हरकत करने और यहां तक आसन और राज्यसभा के सेक्रटरी जनरल पर कातिलाना हमले तक का आरोप लगाया है।