शोधकर्ता लंबे समय से बता रहे हैं कि रात की अच्छी नींद अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। हालांकि, बहुत कम ही अध्ययन इस बात की अहमियत को रेखांकित करते हैं कि जीवन के प्रारंभिक महीनों में रात की अच्छी नींद कितनी अहम होती है। ब्रिघम एंड वुमेंस हास्पिटल, मैसाचुसेट्स जनरल हास्पिटल व उनके सहयोगियों से जुड़े शोधकर्ताओं के एक नए शोध में जानकारी सामने आई है कि जो नवजात रात में ज्यादा सोते और कम जागते हैं, उनमें शैशवावस्था में मोटापे की आशंका कम होती है। यह निष्कर्ष स्लीप नामक पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।
ब्रिघम के डिवीजन आफ स्लीप एंड सर्कैडियन डिसआर्डर्स में सीनियर फिजिशियन और अध्ययन की सह लेखिका सुसन रेडलाइन के अनुसार, ‘हमारे नए अध्ययन में पता चला है कि न सिर्फ रात में नींद की कमी, बल्कि लंबे समय तक जागने से भी पहले छह महीने के दौरान शिशुओं में मोटापे का खतरा बढ़ जाता है।’
शोधकर्ताओं ने पाया कि अगर बच्चा एक घंटा भी अतिरिक्त सोता है तो उसके मोटापा ग्रसित होने का खतरा 26 प्रतिशत कम हो जाता है और जो बच्चे रात में बहुत कम जागते हैं उनके मोटा होने का खतरा अत्यंत कम हो जाता है।
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