रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन की अटकलों पर गुरुवार को विराम लग गया। श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि मंदिर निर्माण शुरू करने की तिथि देश-काल की परिस्थिति को देखकर सही समय पर आधिकारिक तौर पर घोषित की जाएगी। उन्होंने चीन सीमा पर शहीद भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि भी दी। कहा, परमात्मा सभी शहीद सैनिकों को अपने निज धाम में निवास देंगे।
राय ने यह भी कहा कि भारत-चीन सीमा पर परिस्थिति गंभीर है। देश की सुरक्षा हम लोगों के लिए सर्वोपरि है। समझा जाता है कि सीमा पर परिस्थितियों की गंभीरता के परिप्रेक्ष्य में ही राममंदिर के भूमि पूजन की तारीख टाली गई और इन्हीं परिस्थितियों को ही देखते हुए तार्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने फिलहाल किसी तारीख का एलान भी नहीं किया है। इसी वर्ष पांच फरवरी को मंदिर निर्माण के लिए श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का गठन और 20 फरवरी को ट्रस्ट के विस्तार के बाद से ही भूमि पूजन की तारीख को लेकर उल्टी गिनती शुरू हो गई थी।
इसके बाद मंदिर निर्माण की दिशा में जिस तरह युद्धस्तर पर पहल शुरू हुई, उससे भी भूमि पूजन जल्द होने की उम्मीद निरंतर प्रबल होती गईं। 25 मार्च को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामलला को मूल गर्भगृह से वैकल्पिक गर्भगृह में स्थापित किया था।
इसी क्रम में भूमि पूजन के लिए दो जुलाई की तारीख भी सामने आने लगी थी। हालांकि कोरोना संकट के मद्देनजर दो जुलाई की तय तारीख पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअल भूमि पूजन ही करने वाले थे, पर चीन सीमा पर उपजे विवाद के बीच भूमि पूजन की यह तारीख भी खटाई में पड़ गई।