कॉर्बेट से सटे रामनगर वन प्रभाग ने फेस-4 विधि से बाघों की गणना का कार्य शुरू कर दिया है। तीन रेंजों में बाघों की गणना का कार्य पूरा हो चुका है। एक फरवरी से कालाढूंगी और फतेहपुर रेंज में गणना के लिए इन दिनों कैमरा ट्रैप लगाने का कार्य किया जा रहा है। मार्च अंत तक गणना का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद बाघों की गणना के आंकड़े जारी किए जाएंगे।
रामनगर वन प्रभाग का क्षेत्रफल करीब 50 हजार हेक्टेयर है। वर्ष 2022 में हुई एनटीसीए की गणना में 67 बाघों की मौजूदगी दर्ज की गई थी। डीएफओ दिगंथ नायक ने बताया कि अब तक रिजर्व पार्कों की तरह ही पिछले महीने फेस-4 विधि से गणना का कार्य शुरू किया गया था।
उन्होंने बताया कि रामनगर वन प्रभाग की तीन रेंज कोटा, देचौरी और कोसी रेंज में बाघों की गणना का कार्य पूरा हो गया है। बाघों की गणना के लिए तीनों रेंजों में 250 कैमरा ट्रैप लगाए गए थे, जिसमें कैमरा ट्रैप ने बाघों की दो लाख से अधिक तस्वीरें खींची हैं। बताया कि अन्य दो रेंज फतेहपुर और कालाढूंगी में एक फरवरी से 150 कैमरा ट्रैप लगाने का कार्य शुरू किया जाएगा।
बाघों के बढ़ने की उम्मीद
डीएफओ दिंगथ नायक ने बताया कि अब तक पूरी हुई गणना में कुछ नए बाघ भी देखे गए हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2022 में 67 बाघों की मौजूदगी दर्ज की गई थी। इस साल हो रही बाघों की गणना से बाघों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है।
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